चुरूताजा खबर

पटवारी एवं कृषि पर्यवेक्षक आपसी समन्वय के साथ करें काम – नायक

जिला कलक्टर संदेश नायक ने टिड्डी प्रभावित खेतों का किया दौरा, अधिकारियों को दिए निर्देश

चूरू, जिला कलक्टर संदेश नायक ने मंगलवार को ढाढ़र के टिड्डी से प्रभावित खेतों का दौरा किया तथा वस्तुस्थिति का जायजा लेकर टिड्डी नियंत्रण, कृषि विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ काम कर टिड्डी नियंत्रण एवं किसानों को राहत के इंतजाम करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने ढाढ़र में किसानों के साथ बातचीत कर फीडबैक लिया। ग्रामीणों ने टिड्डी दलों के आने व नुकसान के बारे में जिला कलक्टर को बताया। ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के बाद जिला कलक्टर जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपनिदेशक कार्यालय पहुंचे तथा वहां अधिकारियों से टिड्डी नियंत्रण के इंतजामों पर चर्चा कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने कृषि उपनिदेशक पीके सैनी से कहा कि सभी कृषि पर्यवेक्षकों के मोबाइल चालू रहने चाहिए तथा लोगों द्वारा फोन किए जाने पर रिस्पॉन्स मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पटवारी एवं कृषि पर्यवेक्षक आपसी समन्वय के साथ काम करते हुए किसानों को राहत प्रदान करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि टिड्डी आगमन पर कीटनाशक के छिड़काव के लिए किराए पर लिए जाने वाले ट्रेक्टर माउंटेड स्प्रेयर की सूची एवं संबंधित के मोबाइल नंबर तैयार रखें। कीटनाशकों की समुचित उपलब्धता रखें। किसानों को जागरुक करें एवं टिड्डी दल को भगाने के लिए किए जाने वाले उपायों की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की टीम एक्टिव एवं चाक-चौबंद रहनी चाहिए। उन्होंने ग्रामीणों से भी कहा है कि वे टिड्डी के फसलों के बचाव के लिए जागरुक रहें, सरकारी मशीनरी को सहयोग करें तथा खुद भी फसलों की सुरक्षा के इंतजाम करें। कृषि उपनिदेशक पीके सैनी ने टिड्डी नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी जिला कलक्टर को दी और कहा कि किसानों को जागरुक करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। किसानों को ढोल, थाली आदि की तेज आवाज से टिड्डियों को उड़ाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बताया कि टिड्डी नियंत्रण के लिए बीदासर, रतनगढ़, सरदारशहर व चूरू क्षेत्र में कीटनाशकों का छिड़काव किया गया है। उन्होंने कहा कि टिड्डी संबंधी सूचना के लिए जिला स्तर पर कृषि उपनिदेशक कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसके नंबर 01562 250395 हैं। इसके अलावा पर्यवेक्षकों के मोबाइल नंबर भी प्रचारित-प्रसारित किए जा रहे हैं, जिन पर सूचना दी जा सकती है। इस दौरान एसडीएम अवि गर्ग, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय सहित कृषि विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।

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