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मास्टर डाटा की शुद्धता की जांच आहरण एवं वितरण अधिकारियों द्वारा
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चूरू, राजस्थान सरकार के समस्त कार्मिकों के पे-मैनेजर साफ्ट्वेयर पर उपलब्ध मास्टर डाटा की शुद्धता की जांच आहरण एवं वितरण अधिकारियों द्वारा स्वयं के लॉगिन से की जा कर अन्तिम अधिकृति हेतु विभागाध्यक्ष को भिजवाए जाने आवश्यक है अन्यथा कार्मिकों का माह जनवरी-2020 का वेतन आहरण नहीं हो सकेगा। कोषाधिकारी (चूरू) रामधन ने बताया कि निदेशक कोष एवं लेखा, राजस्थान जयपुर द्वारा विडियो कान्फ्रेसिंग कर निर्देश दिये गये हैं कि वित विभाग द्वारा सितम्बर माह में मास्टर डाटा की शुद्धता की जांच कर अन्तिम अधिकृति प्राप्त करने के निर्देश प्रसारित किये गये थे लेकिन अधिकांश आहरण वितरण अधिकारियों द्वारा अपने कर्तव्य की पालना नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि आहरण वितरण अधिकारी तत्काल डिजिटल स्गिनेचर सर्टिफिकेट प्राप्त कर अपने स्वयं के लॉगिन से पे-मैनेजर पर उपलब्ध डाटा की शुद्धता की जांच कर अपने विभागाध्यक्ष को अन्तिम अधिकृति हेतु प्रेषित करना सुनिश्चित करें। आहरण वितरण अधिकारियों के स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही के विस्तृत निर्देश वित्त विभाग की अधिकारिक वेबसाईट पर भी उपलब्ध है तथा कोषालय स्तर पर सभी आहरण वितरण अधिकारियों को उनके ई-मेल पर भी भिजवाये गये है। कोषाधिकारी ने बताया कि जनवरी, 2020 माह का संवेतन तभी आहरित हो सकेगा जब पे-मैनेजर पर उपलब्ध कार्मिकों के मास्टर डाटा की अधिकृति संबंधित विभागाध्यक्ष द्वारा कर दी जावेगी। माह जनवरी के वेतन भुगतान में किसी तरह के विलम्ब के लिए संबंधित आहरण वितरण अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगें।