अजमेर विद्युत वितरण निगम ने जारी किये आमजन की सुरक्षा हेतु आवश्यक दिशा निर्देश
प्रबंध निदेशक ने बताए विद्युत दुर्घटनाओं से बचने के उपाय
झुंझुनूं , वर्षा ऋतु व मानसून के दौरान ना केवल आमजन बल्कि बेजुबान जानवर भी विद्युत दुर्घटनाओ के शिकार हो जाते है। अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक श्री एन एस निर्वाण ने कहा की वैसे तो विद्युत तंत्र के सुरक्षात्मक प्रचालन हेतु विद्युत कर्मियों व अभियंताओ उनके कार्यक्षेत्र एवं घर/मोहल्ले/गाँव मे विद्युत सुरक्षा हेतु विभिन्न कदम उठाने हेतु निर्देशित किया जाता है लेकिन यदि इसमें जनभागीदारी को बढ़ाया जाए तो दुर्घटना से बचा जा सकता है। यदि आमजन के मध्य विद्युत दुर्घटना से सम्बंधित जानकारी हो तो निगम व आमजन की सह्भगिता से बडे हादसो को टाला जा सकता है।
निर्वाण ने बताया की बिजली के तंत्र व ट्रांसफार्मर सबस्टेशन या डीपी के नीचे शामियाने ना लगाए, बिजली की लाइनों के नीचे या डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर, बिजली के खंभों, डीपी सबस्टेशन के अर्थिंग पाईप व तार से जानवरों, हाथ ठेले व रिक्शा को नहीं बांधें, बस या ट्रक को लाईन के नीचे पार्क ना करें। पेड़ विद्युत तंत्र के चालू लाइनों को छू रहे हों तो कटवाने से पहले लाईन को बंद करवाए, झांकियों व शोभायात्राओं में वाहन व झंडों को विद्युत तंत्र से उचित दूरी रखे। स्ट्रीट लाईट संधारण, अधिभार परिवहन (चारा आदि) एवं खुदाई आदि में प्रयुक्त क्रेन व जेसीबी को विद्युत तंत्र से दूरी रखें, घर-दुकान पर लगे होर्डिंग व साइन बोर्ड एवं शेड एवं अन्य सामान जिनकी गिरने की संभावना हो ठीक किया जाए, बिजली के तारों में फंसी डोर, धागे या पतंग को छूने व खींचने का प्रयास ना करें। विद्युत पोल को सीधा खड़ा रखने तथा विद्युत लाइनों को गिरने से रोकने हेतु स्टे वायर लगाया जाता है, आमजन से अपील है कि स्टे वायर को छूने या क्षति ग्रस्त करने की कोशिश ना करें। विद्युत तंत्र के खंभों पर या विद्युत तंत्र के नीचे से अनाधिकृत रूप से केबल नहीं होनी चाहिए
किसान भाई खास ध्यान रखे की खेतों से गुजरने वाली विद्युत लाईनों के नीचे चारा आदि किसी भी प्रकार के कृषि जनित उत्पादों का भण्डारण नहीं करें। फव्वारा पद्धति में प्रयुक्त होने वाले पाइपों को खड़ी अवस्था में लाईनों के नीचे से ना ले जायें यदि आवश्यक हो तो पाइपों को पड़ी (लेटी) अवस्था में ही लाइनों के नीचे से ले जायें। जानवरों को खेतों में आने से रोकने के लिए फेंसिंग या बारबड़ वायर की बाड़ में करंट प्रवाहित ना करें।
निर्वाण ने आगे बताया की लाईन- केबल में दुर्घटनावश आग लगने पर लाइन बंद कराये, पानी आदि नहीं डाले व फायर ब्रिगेड को सूचित करें। विद्युत दुर्घटना से ग्रस्त व्यक्ति, पशु आदि को बचाने के लिए, उसे छूने या पकड़ने का प्रयास ना करें। विद्युत सप्लाई या लाईन को बंद करवाए, क्षतिग्रस्त विद्युत लाइनों को जोड़ने का कार्य, ट्रांसफार्मर, डीपी पर फ्यूज बांधने का कार्य स्वयं ना करके इसकी सूचना सम्बन्धित फीडर इंचार्ज (लाईनमेन) या विभाग के टोल फ्री नम्बर 18001806565 पर दें। निर्वाण ने कहा की यदि हम सुरक्षा के मापदंडों को अपनाते है तो विद्युत दुर्घटना एवं दुरूपयोग रोकने के प्रयासों में जरूर सफल होंगे।