डीजे चालकों ने मीटिंग कर सौंपा पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन
उदयपुरवाटी, बस स्टैंड पर आरटीआई कार्यकर्ता जितेंद्र कुमावत की अध्यक्षता में डीजे संचालकों ने सामूहिक मीटिंग कर निर्णय लिया है कि डीजे बजाने वालों से शादी, विवाह, बारात में गाने बजाने के नाम पर कॉपीराइट एक्ट की आड़ में “संगीत लाइसेंस” के नाम से की गई अवैध वसूली की ठगी पर जल्द से जल्द अंकुश लगाया जाए। आरोप लगाते हुए कहा कि कॉपीराइट कार्यवाही में पुलिस सहयोग का विरोध करते हुए अवैध वसूली को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग को लेकर पूर्ण मल सैनी बागोरा की अगुवाई में उपखंड अधिकारी के मार्फ़त जिला पुलिस अधीक्षक के नाम बस स्टैंड से शाकम्भरी गेट होते हुए एसडीएम कार्यालय तक रैली निकाल कर ज्ञापन सौंपा है।
रैली को सम्बोधित करते हुए पार्षद एडवोकेट अजय तसीड़ ने बताया कि भारत सरकार के कॉपीराइट विभाग के सार्वजनिक पत्रों को भी सम्मिलित किया गया है। जिसमें सरकार ने स्वयं नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी कापीराइट सोसायटी, कॉपीराइट धारक की ऐसी अनचाही मांग को स्वीकार न करे न ही इस तरह का कोई लाइसेंस बनवाना है।क्योंकि कॉपीराइट एक्ट 1957 52 (1)(za) के अनुसार शादी, विवाह, बारात अन्य धार्मिक उत्सव में कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं होता है। इसलिए जिला प्रशासन से ये आशा है कि लाइसेंस के नाम पर अवैध वसूली करने वालों की जांच करवाकर प्रशासन 7 दिनों के भीतर आवश्यक कार्यवाही करावें। अन्यथा बड़ा उग्र आंदोलन किया जायेगा। इस दौरान पन्नेसिंह छीलरी, सुमेर सपेरा, विक्रम भार्गव, सतपाल गुर्जर, विकास खटाना, अजय मीणा सहित सैकड़ों डीजे चालक उपस्थित रहे।