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क्वारंटाइन केन्द्र सरदारशहर में उत्कृष्ट सेवायें दे रही है आयुर्वेद कॉलेज

केन्द्र का संचालन गांधी विद्या मन्दिर व आई.ए.एस.ई.मान्य विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है

सरदारशहर,[दीनदयाल लाटा] कोरोना महामारी के विरुद्ध जंग में स्थानीय प्रशासन ने सरदारशहर के विख्यात गांधी विद्या मन्दिर स्थित ख्यातिनाम आयुर्वेद महाविद्यालय में स्थापित किया है क्वारंटाइन सेन्टर। इस केन्द्र का संचालन गांधी विद्या मन्दिर व आई.ए.एस.ई.मान्य विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है। संस्था के अध्यक्ष हिमांशु दुगड़, ब्रिगेडियर अजय त्रिपाठी आदि पदाधिकारीगण स्वयं दौरा करके समुचित सेवाओं का पूरा ध्यान रखे हुए है। केन्द्र पर भर्ती रोगियों की देखरेख के कार्य में आयुर्वेद कॉलेज, स्वास्थ्य व आयुर्वेद विभाग की टीमें लगातार उत्कृष्ठ सेवायें दे रही है। आयुर्वेद विभाग से कुल चार टीमें नियुक्त है जिनमें प्रातःकालीन ड्यूटी की दो टीम में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ.सी.के.दीक्षित, डॉ सत्यनारायण भाटी, वरिष्ठ कम्पाउन्डर अनूप चन्द मीणा व अर्जुन दास स्वामी सेवायें दे रहे है वहीं दूसरी पारी में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश अत्रि, डॉ कन्हैया लाल उपाध्याय, वरिष्ठ कम्पाउन्डर तिलोक चन्द सैनी व दिनेश मिश्रा सेवायें दे रहे है। एलोपैथी विभाग सें डॉ बसन्त पारीक, डॉ राजेश कुमार, मेलनर्स राजकरण सोनी, उदयसिंह राठौड़, बीरबल राम, मदन मोहन बैरवा आदि लगातार अपनी सेवायें दे रहे है। प्राचार्य प्रोफेसर रविन्द्र आर्य, प्रोफेसर कुलतार सिंह, प्रोफेसर लोकेश गुप्ता डॉ त्रिभुवन नाथ मिश्र, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ नवरत्न शर्मा आदि दिनरात देखभाल करने में कोई कमी नही रहने दे रहे है। प्राचार्य की देखरेख में निर्देशानुसार टीमें सतत कार्य कर रही है। भर्ती लोगों की काउंसलिंग करना, योगाभ्यास के लिये प्रोत्साहित करना, विटामिन “सी” बहुल फलों का रस सेवन, सूर्योदय काल की धूप सेवन, हल्दी मिले दूध, च्यवनप्राश, कोष्ण पेय पदार्थों का बार बार सेवन करनें, सफ़ाई का ध्यान रखने विशेषकर दिन में कई बार साबुन से हाथ धोने के लिये प्रेरित किया जा रहा है, बीमारी के लक्षणों के बारे में बताते हुए इससे बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जानकारी दी। डॉ दीक्षित ने शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बनाये रखने के लिये आयुर्वेदोक्त दिनचर्या का पालन करने, बार बार गर्म पेय पदार्थों, विटामिन सी बहुल ऋतुफलों का सेवन करने व स्वच्छता का विशेष रूप से ध्यान रखने, बार बार हाथों को साबुन से धोने, योग-प्राणायाम अपनाने के लिए प्रेरित किया। काउंसलिंग में भर्ती जनों को फ़िजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से करने, सरकार व प्रशासन के निर्देशों की पूर्ण पालना कर इस महामारी से बचने के लिए प्रेरित किया ।

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