महात्मा गांधीजी की 150 वीं जयंतीवर्ष के आयोजनों की शृंखला में होंगे यह आयोजन
चूरू, राजस्थान सरकार के कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की 150वीं जयंती वर्ष के आयोजनों की शृंखला में 9 अगस्त से 15 अगस्त तक अगस्त क्रांति सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। मुख्य मंतर््ी अशोक गहलोत के निर्देशानुसार विभाग द्वारा यह आयोजन राजस्थान के समस्त जिलों में ब्लॉक एवं उपखंड स्तर पर किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति के जिला संयोजक दुलाराम सहारण ने बताया कि महात्मा गांधी के विचारों के अनुरूप प्रस्तावित अगस्त क्रांति सप्ताह में चूरू जिले के समस्त उपखंड एवं जिला मुख्यालय पर राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार प्रतिदिन आयोजन किए जाएंगे। सहारण ने बताया कि सप्ताह के प्रथम दिन 9 अगस्त को जिला एवं ब्लॉक स्तर स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्ति के पास 150 वृक्ष लगाकर कर गांधी वाटिका का निर्माण एवं वृक्षारोपण स्थल पर सोशल डिस्टेंशिंग की पालना करते हुए उच्च शिक्षा विभाग एवं शिक्षा विभाग के सहयोग से ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ पर विचार-गोष्ठी की जाएगी। सप्ताह के दूसरे दिन 10 अगस्त को स्वच्छ राजस्थान के अंतर्गत जिला एवं उपखंड स्तर पर सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए समाजसेवकों द्वारा सफाई का कार्य एनएसएस, एनसीसी और स्काउड गाईड के साथ मिलकर किया जाएगा। सप्ताह के तीसरे दिन 11 अगस्त को जिला एवं उपखंड स्तर पर सभी वर्गों की भागीदारी के साथ सफाईकर्मियों का सम्मान किया जाएगा। जिला संयोजक सहारण ने बताया कि सप्ताह के चौथे दिन 12 अगस्त को ‘पहला सुख नीरोगी काया’ के अंतर्गत सोशल मीडिया के जरिये स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ विद्यालय एवं महाविद्यालयों को जोड़ते हुए आमजन को कोरोना महामारी से बचाव के प्रति जागरूकता का आयोजन-प्रयत्न होगा। वहीं पांचवे दिन 13 अगस्त को 150 कोरोना वॉरियर्स महिलाओं यथा डॉक्टर, नर्स, पुलिस, सफाईकर्मी आदि के सम्मान का आयोजन होगा। सप्ताह के छठे दिन 14 अगस्त को गौशाला में ऑनलाईन किसान सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन होना है। सप्ताह का समापन 15 अगस्त को ‘एक शाम देश के नाम’ कार्यक्रम के तहत होगा। सहारण ने बताया कि इस अगस्त क्रांति सप्ताह के विविध आयोजनों के लिए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति की बैठक अगस्त के प्रथम सप्ताह में जिला कलक्टर के द्वारा प्रस्तावित होनी है, जिसमें आए सुझावों एवं प्रस्तावों के अनुरूप आयोजन की आगामी रूपरेखा और तय की जाएगी।