ग्रामीणों ने लगाये देशभक्ति के नारे
झुंझुनू, उदयपुरवाटी निकटवर्ती गांव जाखल के लाल सीआईएसएफ के जवान कुलदीप मीणा को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था जिसका शव कैंपस के बाहर रिजर्वायर में मिला था। गाँव में कुलदीप मीणा की मौत की खबर सुनकर सन्नाटा छा गया और बाजार भी बंद हो गए। जिनका पार्थिव देह उनके गांव जाखल पहुंचा तो परिजनो के अलावा हर किसी की आँखों नम थी, बस्ती में चूल्हे तक नहीं जले। उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। यात्रा में गांव की धरती सैकड़ों लोगों के द्वारा लगाये गये वन्दे मातरम, भारत माता, शहीद कुलदीप मीणा अमर रहे के गगन भेदी नारों से गूंज उठी। कुलदीप 2013 में जीडी के पद पर भर्ती हुआ था और झारखंड में चतरा जिले के पीपरवार सीसीएल एरिया के वर्कशॉप में तैनात था। सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कुलदीप मीणा को शहीद का दर्जा सहित पैकेज देने की मांग झारखंड से आये सब इंस्पेक्टर रूपेश कुमार एवं सरकार से की है। पिता कैलाश चन्द दिल्ली पुलिस में एएसआई पद पर तैनात हैं। इनका परिवार दिल्ली में ही रहता है। इनकी शादी चार साल पहले हुई थी। एक साल छ: माह की बच्ची भी है। मरने से दो घंटे पहले अपनी पत्नी से बात भी की थी। छोटा भाई एलडीसी है। इस मौके पर पूर्व चिकित्सा मंत्री एवं विधायक डॉक्टर राजकुमार शर्मा नवलगढ़, आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश प्रधान सुरेश मीणा किशोरपुरा, विक्रम पौदार, गुढ़ा थानाधिकारी राजेंद्र शर्मा, श्रवण सिंह, पूर्व तहसीलदार जगदीश माहिच मनोज मुंड जाखल सरपंच, पूर्व सरपंच आजाद सिंह कारी, सरपंच सुमेर सिंह बुगाला, गुढा कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष राजपाल सैनी, पूर्व उपाध्यक्ष विकास चॅवरा, सब इंस्पेक्टर रूपेश कुमार, हेड कांस्टेबल मोनू कुमार, ब्लॉक अध्यक्ष राजेश खटाणा किशोरपुरा, जगदीश प्रसाद मीणा आदि लोग उपस्थित रहे।