संगीत में रुचि बचपन से
दांतारामगढ़(लिखा सिंह सैनी) दांता कस्बे के वरिष्ठ शिक्षक स्व.बाबू लाल पारीक की सुपुत्री कीर्ति पारीक उर्फ मुनमुन की संगीत में रुचि बचपन से ही है । विद्यालय में अध्ययन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी गायन व मंच संचालन का कार्य कर चुकी है। संगीत के साथ अध्ययन में भी कीर्ति की बहुत रुचि है, वर्तमान में सरस्वती शिक्षा निकेतन घाटवा में अध्यनरत है। इस से पहले कीर्ति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आदर्श विद्या मंदिर दांता से प्राप्त की व दसवीं कक्षा में 85 {44d7e8a5cbfd7fbf50b2f42071b88e8c5c0364c8b0c9ec50d635256cec1b7b56} अंक प्राप्त किये। इस वर्ष 12 वीं विज्ञान वर्ग संकाय का परीक्षा दे चुकी है। इनदिनों कीर्ति नीट परीक्षा की तैयारी कर रही है। दो वर्ष पूर्व बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ अभियान में सीकर में आयोजित कार्यक्रम में गायन में प्रथम स्थान प्राप्त कर के जिला कलेक्टर द्वारा समान्नित हो चुकी है। इसके अलावा कीर्ति सोशल मीडिया एप्स पर भी स्टार मेकर पर सैकड़ों गानों की प्रस्तुति दे चुकी है व पुरस्कार प्राप्त कर चुकी है। कीर्ति के पिता सुरेश पारीक सरकारी कंपाउंडर है जो वर्तमान में खाचरियावास अस्पताल में कार्यरत है व इनकी माता ममता पारीक सरकारी अध्यापिका है। लॉकडाउन के समय जब वर्षों बाद फिर से रामायण टेलीविजन पर दिखाई गई तब से ही कीर्ति ने रामायण की चौपाई जंबूद्वीप भारतखंडे आर्यावर्त भारतवर्ष एक नगरी अयोध्या नाम की गाकर रामायण की यादें ताजा कर दी । मुनमुन की मन मोहक आवाज का विडियों सोसल मिडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने तारीफ करते हुए कहा की आज ऐसे ही संस्कारों की जरूरत है हमारे धर्म ,संस्कृति और देश को बचाने के लिए। मन मोहक आवाज में शानदार गायन वो भी रामायण का बहुत ही शानदार बहिना । सौम्यता का भरपूर समावेश एवं रामायण का सार है ये चौपाइयाँ । अतिसुन्दर गायन शानदार और मधुर आवाज ने मंत्रमुग्ध कर दिया ,मानो जैसे रामानन्द सागर कृत रामायण प्रत्यक्ष चित्रपठ अनवरत हो । अतिसुन्दर गायकी ,ताल एवं लय,सुरों के साथ अनुपम छठा बिखेर रही है ।