महिला पूर्व सरपंच और पीसीसी सदस्य सुमित्रा सैनी की नई पहल
चिड़ावा, कोरोना महामारी से बचने के लिए राज्य सरकार ने जागरुकता अभियान चलाया हुआ है। झुंझुनूं जिला राज्य में काफी शिक्षित की श्रेणी में आता है। खास तौर महिला शिक्षा में राज्य में अग्रणी जिलों की श्रेणी में शामिल हैं। झुंझुनूं जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के प्रति लोगों में काफी जागरुता नजर आ रही है। गमी हो या खुशी लोग कोरोना की गाइड लाइन को भी फलो कर रहे हैं, यहीं नहीं कोरोना से बचाव के लिए मास्क और सैनेटाइजर भी वितरित कर रहे है। शादियों में भी मास्क, सैनेटाइजर और हाथ धोने के लिए साबुन आदि का वितरण किया जा रहा है। झुंझुनूं जिले बुडाना गांव की पूर्व सरपंच और पीसीसी सदस्य सुमित्रा सैनी ने नई पहले की है। सुमित्रा सैनी ने बताया बताया कि चाचा ससुर के देहांत पर 11वे पर स्नान की रश्म होती है, इस रश्म पर परिवार की महिलाओं को कपड़े नकदी दी जाती है। इन सब को बंद कर परिवार की महिलाओं को ही नहीं पूरे गांव की महिलाओं को मास्क और सेनेटाइजर वितरित किए। इस फैसले के लिए विरोध भी झेलना पड़ा। परिवार की बड़ी बुजुर्ग महिलाओं ने यहां तक कह दिया कि देने के लिए कपड़े नहीं है क्या। लेकिन सुमित्रा सैनी ने निश्चय किया था कि वो कोरोना महामारी से जागरूक करने का काम करेगी। महिलाओं को मास्क और सेनेटाइजर ही वितरित करेगी। पूर्व सरंपच और पीसीसी सदस्य सुमित्रा सैनी के इस फैसले की गाँव बहुत सराहना हो रही है। सुमित्रा ने बताया कि चाचा ससुर के देहांत गांव 11वें रस्म अदायगी हुई। परिवार के लोग एकत्रित हुए तो दो गज की दूरी, सभी के मास्क आदि गाइड लाइन को फ्लो किया गया। इस पर सुमित्रा सैनी ने गांव की महिलाओं को जागरुक किया। पूरे गांव में मास्क वितरित किए गए। सुमित्रा सैनी ने बताया कि गमी का माहौल था। घर आने वालों को कोरोना के प्रति जागरुक किया गया। वहीं गमी में बैठने आने वाले लोगों को मास्क और सैनेटाइजर वितरित किए गए। गांव की महिलाओं के लिए भी ये एक नई पहल ही थी। गांव की सभी महिलाओं को घर घर जाकर मास्क और सैनेटाइजर वितरित किए गए। बच्चों के लिए भी खास मास्क वितरित किए गए। सुमित्रा सैनी ने बताया कि सभी महिलाओं को बताया गया कि घर से बाहर निकालने पर मास्क का उपयोग करें। घर पर वापस आने पर साबुन से हाथ धोएं और सैनेेटाइजर का उपयोग करें।