उप मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर निर्माण की जांच करवाने की मांग की
रींगस (अरविन्द कुमार) कस्बे से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 52 पर बनी हुई बाईपास पुलिया पर इन दिनों सड़क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। जिस पर जगह-जगह गहरे गड्ढे बन चुके हैं,राष्ट्रीय राजमार्ग की इस बदहाली पर आज कस्बे वासियों ने विरोध प्रदर्शन किया और एनएचएआई मुर्दाबाद के नारे लगाए। फौजी शंकर सिंह शेखावत व अमित कुमावत ने बताया कि करीब 8 माह पूर्व ही कार्यकारी एजेंसी के द्वारा रातो रात सड़क डाली गई थी। जिस जगह सड़क डाली गई वो जगह विवादित थी और उस पर न्यायालय स्थगन चल रहा था। कार्यकारी एजेंसी के द्वारा सड़क निर्माण के मानको को पूरा किये बिना ही रातो रात सड़क डाली गई। वाहन चालकों के द्वारा 100 किलोमीटर की दूरी में ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो जगह महंगे टोल चुकाने पड़ते हैं फिर भी टुटे हुए सड़क मार्ग पर आवागमन को मजबूर है। राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप रहने वाले लोकेश कुमावत ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर के दौरान कंकरीट उछलने से बाइक सवार चोटिल हो जाते हैं वहीं इन गड्ढों में गिरने से दर्जनों वाहन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं जिनको बाद में रिकवरी क्रेन से कारखाने तक ले जाकर रिपेयर करवाया गया। कस्बे वासियों ने चेतावनी दी कि यदि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के द्वारा सड़क मार्ग को दुरुस्त नहीं करवाया जाता है तो मजबूरन राजमार्ग को जाम कर के आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। इसी के साथ बरसात का मौसम शुरू होते ही राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारों पर मिट्टी धंसने से करीब 3 -3 फीट गहरे गड्ढे हो चुके हैं जिनका आकार दिन प्रतिदिन बढता ही जा रहा है।पार्षद अशोक कुमावत का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को इस समस्या के लिए अनेक बार अवगत करवा चुके लेकिन अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल कर पल्ला झाड़ लेते हैं, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के शिकायत पोर्टल पर भी अनेक बार शिकायत की गई लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया।विरोध प्रदर्शन के बाद फौजी शंकर सिंह शेखावत व अमित कुमावत के द्वारा राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को ज्ञापन प्रेषित कर राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की जांच कमेटी बिठाकर जांच करवाने व दोषियों को सजा देने की मांग की गई।विरोध प्रदर्शन के दौरान सैंकड़ों की संख्या में कस्बेवासी मौजूद थे।