सिर्फ 5 बचे है पॉजिटव
शुक्रवार को नवलगढ़ की एक ओर महिला हुई नेगेटिव
झुंझुनूं, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीती रात को पूरे देश के कोरोना हालातों को लेकर एक नई अपडेट सूची जारी की है। जिसमें रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के जिलों के बारे में बताया गया है। राजस्थान में झुंझुनूं जिला अब रेड से ऑरेंज जोन में आ गया है। जिसके बाद झुंझुनूं के लोगों को अब राहत मिलने की उम्मीद बंधी है।
झुंझुनूं शुक्रवार को सुबह एक बड़ी खुशखबरी आई। जब जानकारी मिली कि झुंझुनूं जिला अब रेड जोन से निकल ऑरेंज जोन में चला गया है। यानि कि अब कोरोना को लेकर झुंझुनूं में हालात काबू में है। जिसे ना केवल जिले के और प्रदेश के शासन-प्रशासन ने बल्कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मान लिया है। सीएमएचओ डॉ. सीएल गुर्जर ने जब इसकी जानकारी दी तो पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई और अब लोगों को उम्मीद है कि तीन मई को खत्म हो रहे लॉक डाउन 2.0 के बाद झुंझुनूं को कुछ राहत मिलेगी।
सीएमएचओ डॉ. पीएस दूतड़ व डॉ. सीएल गुर्जर ने बताया कि झुंझुनूं के लिए ना केवल रेड जोन से ऑरेंज जोन में आना खुशी की बात है। बल्कि बिना मेडिकल कॉलेज के होते हुए झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल की टीम ने पीएमओ डॉ. शुभकरण कालेर के नेतृत्व में आठ भर्ती मरीजों में से तीन को अब तक संक्रमण मुक्त करके क्वारेंटाइन भी कर दिया है। वहीं शेष पांच मरीजों की भी पहली नगेटिव रिपोर्ट आ चुकी है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए झुंझुनूं के लोगों का आभार जताया है। जिन्होंने लॉक डाउन में भी कफ्र्यू जैसा माहौल रखा और जरूरत होने पर ही घर से निकले। वे एडवाइजरी का पालन किया।
- 25 हजार लोगों के आने की उम्मीद, उसी तरह की तैयारियां
सीएमएचओ डॉ. पीएस दूतड़ ने बताया कि झुंझुनूं में सैंपलिंग भी ठीक चल रही है। अब कोरोना पॉजीटिव केसों के संपर्क की सभी की सैंपलिंग हो गई है। लेकिन फिर भी एतिहात के तौर बुजूर्ग, बच्चे, गर्भवती महिलाओं के अलावा ऐसे लोगों के सैंपल लिए जा रहे है। जो घर-घर जाते है। जैसे दूध व सब्जी बेचने वाले। वहीं उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों को लेकर भी पुख्ता प्रबंध किए गए है। करीब 25 हजार प्रवासी लोग झुंझुनूं आने की संभावना है। जिसके लिए हर चैक पोस्ट पर पूरी चैकिंग और स्क्रीनिंग की व्यवस्था के अलावा क्वारेंटाइन, आइसोलेट और सैंपलिंग की व्यवस्था की गई है। - 41 चैक पोस्ट पर मेडिकल टीमें तैनात
सीएमएचओ डॉ. सीएल गुर्जर ने बताया कि उम्मीद है कि चार-पांच दिनों में झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल में पीएमओ डॉ. शुभकरण कालेर लगातार जयपुर के संपर्क में है। ताकि जल्द से जल्द पीसीआर लैब स्थापित हो। इसके बाद कोरोना की जांच झुंझुनूं होगी तो इसका फायदा क्षेत्र को मिलेगा। वहीं उन्होंने बताया कि पूरे जिले में 41 चैक पोस्ट प्रशासन और पुलिस द्वारा बनाए गए है। जहां पर मेडिकल टीमें पूरे संसाधनों के साथ लगाई गई है। जो प्रवासी राजस्थानियों की स्क्रीनिंग करेगी। क्योंकि अब केवल और केवल प्रवासी लोगों पर ही निगाह रहेगी। - एक और नगेटिव की संख्या बढ़ी, अब हुए 37
आपको बता दें कि झुंझुनूं में बीते छह दिनों से कोई कोरोना पॉजीटिव का केस नहीं आया है। वहीं अभी भी गुढ़ागौडज़ी ग्राम पंचायत के अलावा मंडावा, खेतड़ी और नवलगढ़ कस्बों में कफ्र्यू लगाया गया है। इसके साथ-साथ अब तक मिले 42 पॉजीटिव केस में से 37 ठीक हो गए है। शुक्रवार को जयपुर एसएमएस में भर्ती नवलगढ़ के पार्षद की मां को भी सीतापुरा स्थित क्वारेंटाइन के लिए डिस्चार्ज किया गया। वहीं इन 37 में से 21 पॉजीटिव तो एकदम फिट होकर घर भी पहुंच गए है। इस लिहाज से आंकड़ें सुखद अहसास करा रहे थे। लेकिन शुक्रवार को आई केंद्रीय मंत्रालय की रिपोर्ट ने वास्तव में राहत का अहसास भी दिला दिया। - झुंझुनूं कोरोना मुक्त की ओर अग्रसर
इस रिपोर्ट के साथ ही जयपुर एसएमएस अस्पताल झुंझुनूं के कोरोना पॉजीटिवों से फ्री हो गया है। जी, हां अब जयपुर में एक भी कोरोना पॉजीटिव केस एसएमएस में भर्ती नहीं है। वहीं जो शेष पांच पॉजीटिव केस का इलाज हो रहा है। उनकी भी पहली रिपोर्ट नगेटिव आ गई है। दूसरी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही सभी 42 के 42 मरीज स्वस्थ हो जाएंगे और झुंझुनूं के कोरोना मुक्त होने की संभावनाएं हो जाएगी। यदि कोई नया केस और सामने नहीं आता है।