चुरूराजनीति

हर साल होंगे ग्रामीण ओलंपिक खेल, शहरी ओलंपिक आयोजन पर भी विचार – गहलोत

अंतिम सांस तक करते रहेंगे राजस्थान की सेवा

चूरू, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को जिले के राजगढ़ में ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों का शुभारंभ किया तथा विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कबड्डी मैच का टॉस उछालकर शुभारंभ किया तथा खिलाड़ियों से मुलाकात कर परिचय प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कुछ देर तक खड़े रहकर मैच का लुत्फ उठाया और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने राजगढ़ में प्रस्तावित खेल स्टेडियम एवं सिंथेटिक ट्रेक के मास्टर प्लान का अवलोकन किया।

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने खेलों के साथ-साथ शिक्षा, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य सहित सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम किया है और हम चाहते हैं कि राजस्थान हर क्षेत्र में देश का नंबर वन राज्य बने। इस बात की खुशी है कि राजगढ़ से ब्लॉक स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों का शुभारंभ हो रहा है। यहां की विधायक कृष्णा पूनिया ने कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर राजगढ़ का नाम ऊंचा किया। हमारे गांव-गांव में खेल प्रतिभाएं हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें अवसर मिलें और अच्छी सुविधाएं मिलें। इसी सोच से यह खेल आरंभ किए गए हैं। हम दिसंबर तक शहरी ओलंपिक खेलों के आयोजन के बारे में भी सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने खेल, संचार क्रांति और पंचायती राज सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में जोरदार काम किया। उनके नाम से शुरू किए गए ग्रामीण ओलंपिक खेलों में 10 साल से लेकर 80 साल तक के करीब 30 लाख लोगों ने पंजीयन करवाया। प्रदेश में हर साल इन खेलों का आयोजन किया जाएगा। अगले साल हो सकता है कि 60-70 लाख से लेकर एक करोड़ तक लोग पंजीयन करवाएं। राजस्थान जैसा यह प्रयोग संभवतः पूरी दुनिया में कहीं नहीं हुआ है। पूरे देश में खेलों को लेकर बेहतर माहौल बने, यह हमारी सोच है।

पूरे राज्य में बिछा रहे खेल मैदानों का जाल

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि खिलाड़ियों को सुविधाएं देने की मंशा से पूरे राज्य में खेल मैदानों का जाल बिछाया जा रहा है। राजगढ़ में आठ करोड़ की लागत से स्टेडियम बनने जा रहा है और कबड्डी एकेडमी बन रही है। उन्होंने कहा कि खेल से जुड़ा व्यक्ति संकीर्ण बातों से ऊपर उठ जाता है, उसकी इच्छाशक्ति प्रबल होती है, तत्काल निर्णय की क्षमता बढ़ती है और उसमें दूरदृष्टि का विकास होता है। मुख्यमंत्री ने सादुलपुर विधायक डॉ कृष्णा पूनिया की सराहना करते हुए कहा कि पहले राजगढ़ विकास कार्यों की दृष्टि से पिछड़ गया था, लेकिन अब डॉ कृष्णा पूनिया के विधायक बनने के बाद वे काम हो रहे हैं, जो पहले कभी नहीं हुए। आपको लंबे अरसे बात ऎसी नेता मिली हैं।

राज्य सरकार ने खोले 210 कॉलेज

मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य सरकार के इस कार्यकाल में हुए विकास कार्यों का जिक्र किया और कहा कि चार साल से भी कम समय में राज्य में 210 कॉलेज खोल दिए, जिनमें लड़कियों के कॉलेजों की संख्या भी काफी है। खुशी है कि लड़कियां लड़कों से पढाई में आगे निकल रही हैं। राज्य में शैक्षणिक विकास को लेकर सरकार गंभीर है। आईआईटी, आईआईएम समेत उच्च शिक्षण संस्थान राज्य में खोले गए हैं। चिरंजीवी योजना में इलाज की राशि दस लाख रुपए कर दी गई है। इसी योजना में पांच लाख रुपए दुर्घटना बीमा कवर भी दिया गया है। किडनी, हार्ट, लीवर ट्रांसप्लांट में चाहे कितने भी रुपए लगें, पूरा खर्च सरकार उठाएगी। ऎसा हिंदुस्तान में कहीं नहीं है। आईपीडी, ओपीडी सब निःशुल्क कर दी गई हैं, यह ऎतिहासिक निर्णय है।

42 लाख उपभोक्ताओं का बिजली बिल हुआ जीरो

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क समेत तमाम क्षेत्रों में काम हो रहा है। किसानों को एक हजार रुपए मासिक अनुदान दिए जाने की योजना से 8 लाख किसानों का बिल जीरो हो गया है। इसी प्रकार 50 यूनिट निःशुल्क किए जाने के फैसले से करीब 42 लाख उपभोक्ताओं का घरेलू बिल शून्य हो गया है। राज्य में एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रहे हैं। इन योजनाओं का पात्र एवं जरूरतमंद लोगों तक लाभ पहुंचना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति जानकारी के अभाव में योजनाओं से वंचित रहता है तो यह गलत है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के कोरोना प्रबंधन मॉडल को दुनिया भर में सराहा गया। उन्होेंने आमजन से कहा कि कोविड अभी गया नहीं है और पोस्ट कोविड इफेक्ट भी बने हुए हैं। इसके लिए डॉक्टरों का कहना है कि मॉर्निंग वॉक आवश्यक रूप से करें, अच्छी नींद लें और अच्छी डाइट लें।

अंतिम सांस तक करते रहेंगे राजस्थान की सेवा

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मैं अपनी अंतिम सांस तक राजस्थान के लोगों की सेवा करता रहूंगा। उन्होंने इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गांरटी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि महानरेगा से ग्रामीणों को संबल मिला, उसी प्रकार शहरी नरेगा का भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में गरीब-जरूरतमंद लोगों को एक रुपए किलो गेहूं दिए जा रहे हैं। हमारी कोशिश है कि राजस्थान पूरे देश में और बेहतर ढंग से उभरे और प्रत्येक क्षेत्र में नंबर वन राज्य बने।

कृष्णा बोलीं- विकास के लिए जो मांगा, मुख्यमंत्री ने दिया

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष एवं सादुलपुर विधायक डॉ कृष्णा पूनिया ने राजगढ़ क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि आप मांगते-मांगते थक जाओगे, मैं देते-देते नहीं थकूंगा और मुख्यमंत्री ने यही किया। राजगढ़ में दो-दो सरकारी कॉलेज खोल दिए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खेल स्टेडियम दिया। ट्रोमा सेंटर, ऑक्सीजन प्लांट दिए, सब पद अस्पताल में भरे हुए हैं। राज्य स्तरीय खेलों की यहां से शुरुआत प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि राज्य में खेलों के विकास और खिलाड़ियों के कल्याण के लिए उल्लेखनीय कदम उठाए गए हैं। स्वर्ण, रजत और कांस्य पर ओलंपिक मेडलिस्टों को क्रमशः तीन, दो तथा एक करोड़ व एशियन खेलों के विजेताओं को 1 करोड़, 60 लाख व तीस लाख दिए जा रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वालों को सीधे नौकरी दी जा रही है। आउट ऑफ टर्न नियुक्तियों में खिलाड़ियों को सीधे अधिकारी बनाया है। खिलाड़ियों को 25 बीघा जमीन दी जा रही है। 7.50 लाख रुपए का राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड शुरू किया गया है। इसके अलावा महाराणा प्रताप व गुरु वशिष्ठ पुरस्कारों की राशि बढाई गई है। हमारी कोशिश है कि युवा रास्ता न भटकें, खेलों के जरिए अपना कैरियर बनाएं। उन्होंने सिद्धमुख नहर सिंचाई सुविधा के विस्तार, चांदगोठी में सीएचसी, नेशल, बेवड़ व नवां में पीएचसी तथा राजगढ़ में 220 केवी जीएसएस स्थापित करने तथा झींगा पालक किसानों को सुविधाएं देने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया।

क्रांतिकारी साबित होंगे ये खेल

प्रभारी मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल प्रदेश में खेलों की दिशा में क्रांतिकारी साबित होंगे। पूरे प्रदेश में इन खेलों के शानदार आयोजन हुए हैं। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए अभूतपूर्व काम किया है। इससे पूर्व राजस्थान राज्य महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज, राजस्थान वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ खानूखान बुधवाली, आर्थिक पिछड़ा वर्ग बोर्ड अध्यक्ष अनिल शर्मा, पूर्व मंत्री हमीदा बेगम, नोहर विधायक अमित चाचान, सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल, शिल्प व माटी कला बोर्ड के उपाध्यक्ष डूंगरराम गेदर, पूर्व प्रधान पूसाराम गोदारा, पूर्व जिला प्रमुख भंवर लाल पुजारी ने विचार व्यक्त करते हुए राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने किया इन कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास

इस मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने राजगढ़ के अंतर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम के भवन, राजगढ़ के राजकीय कन्या महाविद्यालय के भवन, सिद्धमुख के राजकीय महाविद्यालय के भवन, राजगढ़ कबड्डी अकादमी के भवन, सिद्धमुख के नव क्रमोन्नत तहसील कार्यालय के भवन, हमीरवास बड़ा के उप तहसील कार्यालय के भवन, गागड़वास ग्राम पंचायत के भवन का शिलान्यास किया तथा सुजानगढ़ उपखंड अधिकारी कार्यालय के भवन निर्माण कार्य का लोकार्पण रिमोट का बटन दबाकर किया।

ये भी रहे मौजूद

इस दौरान राज्य के मुख्य खेल अधिकारी वीरेंद्र पूनिया, भामाशाह मनीष गुप्ता, संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन, पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग, पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद, पूर्व विधायक हाजी मकबूल मंडेलिया, महंत सुरेंद्र सिंह राठौड़, सतीश पूनिया, तारानगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका बानो, निर्मला सिंघल, एडवोकेट पुष्पकांत शर्मा, चूरू एडीएम लोकेश गौतम, सुजानगढ़ एडीएम भागीरथ साख, सीईओ हरीराम चौहान, पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा, बीडीओ संत कुमार मीणा, गांधी दर्शन समिति के रियाजत खान, राधेश्याम चोटिया, आसाराम सैनी, जमील चौहान, विकास मील, हेमंत सिहाग, आसिफ खान, मुबारिक भाटी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कार्यकर्ता, खिलाड़ी, खेलप्रेमी, आमजन मौजूद रहे।

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