महिलाओं ने किया प्रदर्शन
सूरजगढ़ [के के गाँधी ] कस्बे के वार्ड नं छह व सात के वाशिंदे पिछले सात साल से पानी की बुंद बुंद को तरस रहे है मौहल्ले में ना सरकारी बोरवेल ना पाईप लाईन कई किलोमीटर पदल चलकर महिलाओं को लाना पड़ता है पीने का पानी वहीं पशुओं को पिलाने व नहाने धोने के लिए पानी के टैंकर डलवाने पड़ते है। बुहाना फाटक से आगे बनी कॉलोनी को बसे सात आठ साल हो गए जिसमें करीब दस पन्द्रह परिवारो के सैंकड़ों लोग रहते है, लेकिन अभी तक वहां पीने का पानी नहीं पहुंचा है कितनी दुर्भाग्य की बात है। गुरूवार को वार्ड की महिलाओं गोरा देवी, सुमन देवी, मनभरी देवी, संतोष देवी, माया देवी, मीना, पूजा, सुनिता, ममता, परमेश्वरी देवी सहित महावीर नायक, हरिराम, हवासिंह, महेन्द्र, ओमप्रकाश ने एकत्रित होकर जलदाय विभाग व प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
-मजदूर परिवारों को खरीदना पड़ रहा है पीने का पानी
वार्डवासी महिला मनभरी देवी ने बताया कि हम पिछले सात साल से पानी के लिए परेशान हो रहे है लेकिन हमारी कहीं कोई सुनवाई नही हो रही है। मौहल्ले की महिलाएं दिनभर पानी की तलाश में भटकती रहती है। पानी की समस्या के चलते हम गरीब परिवारों को टैंकरों से पानी डलवाना पड़ता है गर्मी के मौसम में हर दुसरे दिन एक गरीब परिवार को पांच सौ रूपए खर्च कर पानी का टैंकर डलवाना पड़ता है जो काफी महंगा पड़ता है। हम हर जगह शिकायत कर चुके जलदाय विभाग खेतड़ी तक पहुंचकर हमने शिकायत की है लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नही हुआ। वार्डवासी लुणाराम ने बताया कि यहां आने वाले आवारा पशु भी पानी की तलाश में भटकते रहते है।