आरजेएस परीक्षा 2019 के परिणाम
चूरू, राजस्थान उच्च न्यायालय की ओर से मंगलवार देर रात्रि को घोषित आरजेएस परीक्षा 2019 के परिणामों के अनुसार चूरू के पांच युवा अंतिम रूप से चयनित घोषित किए गए हैं। वरिष्ठ विधि अधिकारी महेंद्र कुमार सैनी ने बताया कि चूरू के अविनाश चांगल, सना खान, जया सैनी, नेहा कुमावत और महेंद्र कुमार मीणा का चयन न्यायिक मजिस्ट्रेट परीक्षा में हुआ है। इस उपलक्ष्य में आरजेएस में चयनित सना, जया, नेहा व महेंद्र मीणा का जिला मुख्यालय स्थित सूचना केंद्र में सम्मान किया गया। पीआरओ कुमार अजय ने बताया कि न्याय एवं विधि क्षेत्र की परीक्षाओं में चूरू के युवा लगातार अच्छी सफलता अर्जित कर रहे हैं। यह विधि ही नहीं, अपितु दूसरे क्षेत्रों में सफलता के लिए प्रयासरत युवाओं को भी प्रेरणा देने वाली बात है। इस अवसर पर सभी चयनितों ने अपनी सफलता के लिए माता-पिता व परिजनों के साथ-साथ अपने चयन का श्रेय विधि कॉलेज के पूर्व प्रवक्ता स्व. महावीर सिंह यादव की प्रेेरणा एवं आरजेएस चंद्रशेखर पारीक व वरिष्ठ विधि अधिकारी महेंद्र सैनी के मार्गदर्शन को दिया है। इस दौरान वरिष्ठ साहित्यकार भंवर सिंह सामौर, पूर्व लेखाधिकारी भागीरथ शर्मा, जनसंपर्ककर्मी जसवंत सिंह, रामचंद्र, वरिष्ठ विधि अधिकारी महेंद्र सैनी, हुसैन खान, ताहिर खान, सीताराम मीणा, संजय भाटी एडवोकेट सहित जनसंपर्ककर्मी व मीडियाकर्मी मौजूद थे। इस अवसर पर नव चयनितों ने सूचना केंद्र में पं. नेहरू पर आधारित फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
-कड़ी मेहनत से मिली सफलता
पहले प्रयास में ही आरजेएस बनने वाली चूरू की सना खान ने बताया यह उनका प्रथम प्रयास था और लेकिन सबके सहयोग व कड़ी मेहनत के साथ की गई तैयारी से मन में एक विश्वास था। उन्होंने अपने चयन का श्रेय पिता हकीम अहमद खान, नसीम बानो, ससुर महबूब खान, सास नसीम बानो, पति नईम खान, बड़े भाई ताहिर खान एडवोकेट के साथ-साथ स्व. महावीर सिंह यादव की प्रेरणा तथा चंद्रशेखर पारीक व महेंद्र सैनी के मार्गदर्शन को दिया है।
-तीसरे प्रयास में मिली जया को सफलता
चूरू के शिवभगवान सैनी की बेटी जया सैनी ने तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है। उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ-साथ अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता, माता परमेश्वरी देवी के साथ-साथ गुरुजनों को दिया है। जया के पिता केमिस्ट हैं और उनकी नई सड़क पर दुकान है।
-सही मार्गदर्शन से मिली सफलता
सुभाष चौक निवासी रामजीलाल कुमावत व कमला की बेटी नेहा ने 2015 में एलएलबी की थी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, भाई-बहिन व गुरुजनों को दिया। नेहा ने कहा कि आरजेएस चंद्रशेखर पारीक व महेंद्र सैनी के मार्गदर्शन ने इस सफलता में बड़ा योगदान है। दोनों ही हमेशा कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करते हैं। नेहा के पिता माध्यमिक शिक्षा विभाग में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं।
-तीसरे प्रयास में सफल हुए रामसरा के महेंद्र
रामसरा निवासी महेंद्र कुमार मीणा ने तीसरे प्रयास में यह सफलता अर्जित की है। रामसरा के रामेश्वर लाल मीणा एवं विनोद देवी के पुत्र महेंद्र मीणा ने बताया कि उन्होंने तीसरे प्रयास में यह सफलता अर्जित की है। उन्होंने अपने चयन का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों के साथ-साथ दोस्त बलबीर को दिया है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति पूरे समर्पण के साथ लगातार मेहनत करता है तो सफलता मिलती ही है।
-लॉ ऑफिसर रह चुके हैं अविनाश
वरिष्ठ विधि अधिकारी महेंद्र सैनी ने बताया कि अग्रसेन नगर निवास संतोष चांगल के बेटे अविनाश चांगल ने भी आरजेएस परीक्षा उत्तीर्ण की है। वे अभी राशमी (चित्तौड़गढ़) सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। इससे पूर्व सिंडिकेट बैंक में लॉ ऑफिसर रह चुके हैं। उनके पिता संतोष चांगल एलआईसी में विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं।