किशोरपुरा में चामुंडा माता के महंत जगदीशानंद
उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल] किशोरपुरा चामुंडा माता मंदिर के संत जगदीशानंद महाराज की 5 साल की मौन तपस्या पूर्ण होने पर रविवार को सुबह उन्हें घोडी पर बैठाकर गाजे बाजे के साथ हरिद्वार की गंगा यात्रा पर रवाना किया। भक्त सुरेश मीणा किशोरपुरा व जगदीश सैनी ने बताया कि जगदीशानंद महाराज ने आज से 5 साल पहले विश्व कल्याण की भावना से 18 मई 2015 को हरिद्वार के हर की पेड़ी पर मौन व्रत धारण किया था। इसके ठीक 5 साल बाद आज 18 मई 2020 को इसी तीर्थ पर यह अपने मौन साधना को विधिवत रूप से खोलेंगे। हालांकि पूर्व में इनके मौन व्रत के उपलक्ष् पर विशाल यज्ञ, मदभागवत व भंडारा इत्यादि धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन रखा गया था। पर कोरोना महामारी के बीच लगे इस लॉक डाउन के कारण यह सब रद्द करना पड़ा है। अब सिर्फ इनको हरिद्वार में जाने की परमिशन ही मिल पाई है। महाराज पिछले 5 सालों से अपने भक्तों को पट्टीका पर अक्सर लिखकर अपने मन की बात कहते हैं। इनके पास भक्तों का तांता लगा रहता है। इन्होंने अपने 5 साल की तपस्या, चामुंडा माता मंदिर, गुढ़ा के सुशीलया बाबा समाधि, हरियाणा के खापड़वास, किशोरपुरा की शमशान भूमि, जाटा वाली इत्यादि स्थलों पर पूरी की है। इन्होंने अपनी कठोर तपस्या के पीछे बताया कि तप योग के द्वारा इस कलयुग में जनता निरोगमयी रहे, सुख शांति का प्रवास हो यही कामना है। महाराज को संतों के सानिध्य में पुष्प वर्षा व जयकारों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए जाटा वाली से किशोरपुरा गांव में लाया गया। जहां रघुनाथजी के मंदिर से उन्हें गाड़ी से भक्त जगदीश तँवर सारथी संजय मीणा के साथ रवाना किया गया। इस अवसर पर संत सुंदर नाथ बिलिया डूंगरी गुड़ा, रघुवर दास मोरिंडा धाम, रामदास महराज सुशील आश्रम गुढा, जे.पी. खटाणा, पाबुदान सिंह, दलीप सिंह, मदन लाल मीणा, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश मीणा किशोरपुरा, प्रकाश मीणा गुढा, सुरेंद्र सैनी ज्योतिबानगर, महिपाल सिंह गुढा, सायर सिंह डीलर गुडा, भीवाराम मेघवाल, श्रीराम कुमावत, संदीप मीणा, अशोक शर्मा गुढा, राजेश खटाणा, शंकर सिंह, पनालाल कुमावत, पंकज मीणा, अभिजीत सिंह राठौड़ सहित कई लोग उपस्थित थे।