
पंचायत समिति नवलगढ़ के सभागार में

नवलगढ़ ,पंचायत समिति नवलगढ़ के सभागार में आज मंगलवार को नव निर्वाचित सरपंचों की प्रथम बैठक तथा प्रशिक्षण सत्र जिला परिषद के सीईओ रामनिवास जाट की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जाट ने ग्राम पंचायतों के सरपंच तथा सदस्यों के अधिकारों तथा कर्तव्यों की जानकारी देते हुए सरपंचों के अधिकारों की सीमाएं बताई। उन्होंने कहा कि सरपंच कार्यालय अध्यक्ष होने के नाते सरकारी अधिकारी की तरह प्रतिदिन ग्राम पंचायत कार्यालय में बैठकर लोगों की समस्याओं को सुनेंगे तथा पंचायत क्षेत्र के सरकारी कर्मचारियों के दैनिक कामकाज पर समुचित नियंत्रण रखेंगे। सावचेत किया कि यदि सरपंच बिना सूचना मुख्यालय से अनुपस्थित रहे तो सरपंच का कार्यभार स्वतः ही उपसरपंच के पास जायेगा। सीईओ ने सरपंचों से बैठक के दौरान कहां की सरपंच लोकसेवक के रूप में आचरण के उच्चतम मापदण्डों को अपनावें। अपनी अपनी पंचायत के लिये स्वच्छता, आबादी विस्तार, मास्टर प्लान, सामाजिक सुधार, पर्यावरण, रोजगार आदि क्षेत्रों में नवाचार करने का सुझाव दिया ताकि ऐसे नवाचारों का संदेश राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक जावे। उन्होंने एक लोकसेवक के रूप में सरपंच पद पर आसीन व्यक्ति के आचरण की व्याख्या की तथा अपकीर्तिकर आचरण के परिणामों की जानकारी भी दी। कुछ सरपंचों के स्थान पर उनके पति या परिजनों द्वारा बैठक में भाग लेने को सरपंच पद की गरिमा के विरुद्ध बताकर भविष्य में होने वाली बैठकों के लिये सावचेत किया। बैठक में विकास अधिकारी विक्रम सिंह, ग्राम पंचायत पबाना के सरपंच विजेंद्र डोटासरा, सरपंच तारा पुनिया, सुनीता दूत, अर्जुन लाल, महावीर भाम्भू, करणी राम सहित 40 सरपंचों ने भाग लिया।