स्वंय सेवी संस्था, सारथी संस्था सूरजगढ़ व सिकोइडिकोन जयपुर के संयुक्त तत्वाधान मेें
झुंझुनूं, स्वंय सेवी संस्था, सारथी संस्था सूरजगढ़ व सिकोइडिकोन जयपुर के संयुक्त तत्वाधान मेें रेलवे स्टेशन के पास स्थिति निजी होटल में सतत् विकास लक्ष्यों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में सिकोइडिकोन जयपुर के उपनिदेशक डॉ. आलोक व्यास ने कहा की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित 17 सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है जो कि सन् 2030 तक पूरे करने है। राजस्थान में योजना विभाग द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों को क्रियान्वित करने व उसकी मॉनिटिरिंग के लिए नोडल एजेन्सी है। इन विकास लक्ष्यों में गरीबी, भूखमरी की समाप्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, पोषण, कृषि, जल सरंक्षण, विश्व शांति, जेंडर समानता आजीविका जैसे विषय शामिल किये गये है। डॉ व्यास ने कहा कि वर्तमान बाजार केन्द्रित विकास के कारण हमने पिछले कुछ दशकों में प्रकृति का जिस प्रकार शोषण किया है उससे जलवायु परिवर्तन जैसे गम्भीर संकट को जन्म दिया है। अब जरूरी है कि सरकारो को सतत् विकास लक्ष्यो के प्रति संवेदनशील किया जावें जिससे सामाजिक, आर्थिक व प्रर्यावरणीय विकास में संतुलन स्थापित हो। सारथी संस्था सचिव राजेन्द्र सेन ने बताया की सतत विकास लक्ष्यो को समझते हुए उनके अनुरूप कार्य योजना बनाये जाने कि जरूरत है सतत् विकास लक्ष्य सरकारो को जबावदेह बनाने का महत्वपूर्ण औजार है। कार्यक्रम में पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी लियाकत अली, किशोर न्यायालय के पूर्व सदस्य टेकचंद शर्मा, समाज सेवी इकराज कुरैशी, एन.एन. पारीक सहित अन्य लोगो ने अपने विचार व्यक्त किये।