कोविड के कारण स्कूल शिक्षा बुरी तरह प्रभावित – शोध रिपोर्ट
राज विवि में हुई थी राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित
जयपुर, झूंझुनूं के नवीन चौधरी ने भारत मे कोविड के दौरान स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई – चुनोतियाँ एवं समाधान विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। चौधरी ने बताया कि देश मे 830 मिलियन सक्रिय इंटरनेट यूजर हैं। इनमे मात्र 11 प्रतिशत ने ही ऑनलाइन पढ़ाई से संबंधित टूल्स का इस्तेमाल महामारी के दौरान किया। कोविड महामारी के दौरान मात्र 8 प्रतिशत विद्यार्थियों ने ऑनलाइन पढ़ाई की। वहीं 37 प्रतिशत पढ़ाई से ड्रॉपआउट हो गए। सर्वे में देखा गया कि स्कूल के बच्चे गणित व विज्ञान की साधारण संकल्पनाएँ व शब्दों का उच्चारण तक सही नही कर पाए। यह आंकड़े चिंताजनक हैं। नेशनल सैम्पल सर्वे की रिपोर्ट बताती है कि देश मे केवल 24 प्रतिशत घरों में ही इंटरनेट की सुविधा है। कोविड के दौरान स्कूल शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हुई है। चौधरी वर्धमान महावीर खुला विवि के मनोविज्ञान विभाग के छात्र हैं। इससे पहले भी नवीन ने नई शिक्षा नीति, स्वामी श्रधान्नद्ध के जीवन व भारतीय बैंको पर पड़े कोविड के प्रभाव विषय पर शोध पत्र लिखे हैं। इसके लिये उन्हें मणिपाल विवि बेंगलोर, महर्षि दयानंद विवि रोहतक में सम्मानित किया गया था।
राज विवि में हुई थी राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित
राज विवि में समाजशास्त्र विभाग द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आज समापन हुआ। सेमिनार का मुख्य विषय सतत विकास व गुणवत्तापूर्ण जीवन था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विवि के वाईस चांसलर प्रोफेसर राजीव जैन थे। कार्यक्रम में शिक्षाविदों व शोधार्थियों के द्वारा सतत विकास पर गहन चर्चा की गई। शोध प्रस्तुत करने पर नवीन को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम आयोजक डॉ मोनिका राव ने बताया कि कार्यक्रम में 81 रिसर्च पेपरों को प्रस्तुत करने के लिये विभाग के द्वारा चयनित किया गया। कार्यक्रम में विभाग डीन प्रो शर्मा, विभागाध्यक्ष प्रो रश्मि जैन, प्रो सूद, प्रो शिवम, प्रो इंदु माथुर, प्रो साहू, प्रो गुप्ता सहित शिक्षाविद, शोधार्थी व विवि विद्यार्थी उपस्थित रहे।