झुंझुनूताजा खबर

शेखावाटी हस्तशिल्प मेले का रविवार को हुआ समापन

शेखावाटी हस्तशिल्प मेले में हुई एक करोड़ 65 लाख रूपये की बिक्री

झुंझुनू, शेखावाटी हस्तशिल्प एवं पर्यटन मेला 2020 का समापन आज रविवार को ग्रामीण हाट आबूसर में समारोहपूर्वक सम्पन्न हुआ। समारोह को सम्बोधित करते हुए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट ने कहा कि शेखावाटी हस्तशिल्प मेले ने भारतीय एवं राजस्थानी संस्कृति को एक अलग पहचान दी है। 24 साल से निरंतर आयोजित इस मेले ने पूरे जिले मे एक अलग मुकाम हासिल किया हैं। यहां विभिन्न शहरों एवं अलग क्षेत्रों से पधारे काश्तकारों, दस्तकारों को एक अलग आय का श्रोत मिला जिससे उनकी आय में इजाफा हुआ। उन्होंने कहा कि इस जिले में उद्योग, सेना, सर्विस, भामाशाह किसी भी क्षेत्रा की बात हो जिले का नाम जरूर लिया जाता है। दस्तकार, हस्तशिल्पकारों के लिए यह मेला एक बडा प्लेटफार्म साबित हुआ है। इस दौरान झुंझुनू उपखण्ड़ अधिकारी सुरेन्द्र यादव ने कहा कि मेले में बाहर से उत्पाद बेचने आए उद्यमियों ने मशीनों एवं हाथ से तैयार किए हुए अनेक प्रकार के उत्पाद झुंझुनू जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए आमजन को इन्हें खरीदने का मौका मिला। इस मेले के माध्यम से हमारी संस्कृति अन्य राज्यों में प्रचलित हुई है। उन्होंने कहा कि यह मेला जिलेवासियो के लिए एक उचित दर पर उत्पाद खरीदने के लिए एक साधन बना। यहां अन्य राज्यों से भी लोग अपने अपने उत्पादों की बिक्री के लिए आए जिससे उनको अपने उत्पाद को बिक्री कर आय में इजाफा हुआ। इस मेले ने अपनी अलग पहचान बनाई है। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधन नानूराम गहलोनिया ने बताया कि शेखावाटी हस्तशिल्प मेले में 3 जनवरी से 12 जनवरी तक आयोजित मेले में झुंझुनू जिले के अलावा, चूरू, सीकर, जयपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, बीमानेर, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, जोधपुर, उतराखड़, जम्मू कश्मीर, बिहार, उतर प्रदेश के स्टाल धारकों ने अपने उत्पाद बेचें। उन्होंने बताया कि मेले में करीब एक करोड़ 65 लाख रूपये की नगद बिक्री हुई, और 60 लाख के फर्नीचर आर्डर बुक हुए है, अभी तक 9 लाख 35 हजार के करीब लोगों ने इस मेले को देखा हैं। उन्होंने बताया कि मेले में इस बार विदेशी पर्यटक फ्रांस, जर्मनी सहित अनेक देशों के विदेशी पर्यटक यहां प्रतिदिन आते रहे। प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। मेले में ग्रामीण खेलों में पारम्परिक खेल कूद का आयोजन भी किया गया। वही चिड़ावा उद्योग संघ अध्यक्ष धर्मपाल जानू, पशुपालन संयुक्त निदेशक सुरेन्द्र कुमार सैनी, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) अमरसिंह पचार, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) पितराम काला, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, जिला श्रम कल्याण अधिकारी अरूणा शर्मा, शहीद कर्नल जे.पी.जानू रा.उ.मा.वि. प्रिंसिपल विनोद जानू, पशुपालन विभाग के लादुराम चाहर अतिरिक्त जिला षिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) कमलेश तेंतरवाल, बी.एल.किस्तूरी क्लासेज के निदेशक सुनील कुमार कृृष्णिया सहित उद्योग केन्द्र से दिनेश कुमार, द्वारका प्रसाद, नरेन्द्र बाबल, शुभकरण थालौर, हनुमान प्रसाद जोशी, सत्यवीर झाझडिया उपस्थित रहे। अतिथियों ने समारोह के बाद विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया और उनके उत्पादों की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान प्रायोजक एवं सहयोगी संस्थाएं एवं सहयोग देने वालों का सम्मानित किया गया।

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