प्रशासन व मंत्रियों के दावों की खुली पोल
खेतड़ी [ हर्ष स्वामी ] देश के ऊपर अपनी जान न्योछावर करने वाले शहीद श्योराम गुर्जर के गांव में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है वीरांगना सुनीता देवी सहित गांव की महिलाओं को हरियाणा से पानी लाना पड़ रहा है। जब पुलवामा हमले में शहीद श्योराम गुर्जर ने अपनी जान न्यौछावर की थी उसके अंतिम संस्कार में आए दो बड़े मंत्रियों चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा व प्रताप सिंह खाचरियावास ने बड़े-बड़े आश्वासन दिए की गांव में पानी की समस्या नहीं रहने दी जाएगी, लेकिन हुआ इसके उल्टा। पूरे खेतङी क्षेत्र में कुंभाराम नहर की लाइन डाली जा चुकी है लेकिन 400 घरों की बस्ती में 3000 के लगभग आबादी वाला टीबा गांव ऐसा है जहां पर अभी तक कुंभाराम नहर की लाइन बिछाई ही नहीं गई है जैसे तैसे करके गांव के लोग टैंकरों से पानी की व्यवस्था कर रहे हैं या फिर हरियाणा के दनचौली गांव से पानी ला रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया व वर्तमान सांसद नरेंद्र खीचड़ ने भी बड़े-बड़े आश्वासन दिए थे शहीद परिवार को वह ग्राम वासियों को लेकिन अभी तक कोई सुविधा गांव में नहीं की गई है शहीद वीरांगना सुनीता देवी ने भी अपना दर्द बयान किया कि मेरे को भी हरियाणा से पानी लाकर पीना पड़ रहा है वहीं मंत्रियों ने शहीद स्मारक बनाने सड़क व पानी की व्यवस्था करने के बड़े-बड़े आश्वासन दिए थे लेकिन अब मैं अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही हूं गांव में एक मात्र टंकी में जोहड़ मैं बने बोरवेल से पानी आता था लेकिन 1 महीने से उसकी मोटर भी जली हुई है प्रशासन व जलदाय विभाग के अधिकारियों की शायद नींद नहीं खुल रही है हालांकि उनको भी इस बारे में सूचित किया गया था लेकिन उन्होंने कोई व्यवस्था नहीं की है अब हार कर शहीद परिवार के साथ ग्रामीणो ने चेतावनी दी है कि अगर सात दिन मे पानी की व्यवस्था नही हुई तो एसडीएम कार्यालय के आगे धरने पर बैठेंगे