चंचलनाथ टीले पर
झुंझुनूं, सद्भावना के प्रतीक चंचलनाथ टीले पर प्रत्येक वर्ष की भांति इक्कीसवीं शतचण्डी महायज्ञ एवं दुर्गा पूजा का शुभारम्भ भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। जानकारी देते हुए टीले के विचारनाथ महाराज एवं महोत्सव के सह संयोजक दीपक मोदी ने बताया कि चंचलनाथ टीला के पीठाधीश्वर ओमनाथ महाराज द्वारा यह शतचण्डी महायज्ञ एवं इक्कीसवीं दुर्गापूजा महोत्सव उनके दादा गुरू शिवनाथ महाराज की स्मृति में आयोजित किया गया है। 281 महिलाओं द्वारा एक ही रंग की साडिय़ा पहनकर बगड़ रोड़ स्थित गणेश मन्दिर से कलश उठाकर चूणा चौक होते हुए चंचलनाथ टीले तक गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा के दौरान चूणा चौक विकास समिति द्वारा कलश यात्रा में सभी को शीतल पेय पिलाया गया एवं कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा की गई। सीकर के आचार्य पंडित नारायण शर्मा एवं उनके ग्यारह पंडितों की टीम ने श्रीगणेश मंदिर में विधि विधान से वेद मंत्रों द्वारा श्री गणेश व कलश पूजन करवाई। विजयनाथ महाराज फतेहपुर द्वारा माँ दुर्गा की मूर्ति का आवरण हटा विधि पूर्वक पूजन इत्यादि कर महोत्सव का शुभारम्भ किया। विचारनाथ महाराज ने बताया कि प्रतिदिन सुबह सवा नौ बजे एवं सायं 8 बजे माँ दुर्गा की भव्य संगीतमय आरती होगी। उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर को महन्त ओमनाथ महाराज के दादा गुरू शिवनाथ महाराज की पुण्यतिथि पर विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा एवं 8 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाली जाएगी।