कड़ी मेहनत से मिला मुकाम, कहा- यदि आदमी मन में धार ले तो फिर सफलता दूर नहीं
चूरू, विधि सेवाओं के क्षेत्र में चूरू के युवाओं के चयन का सिलसिला बदस्तूर जारी है। राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से आयोजित आरजेएस 2021 परीक्षा के मंगलवार को घोषित हुए परिणाम के अनुसार चूरू की ओम कॉलोेनी निवासी शिखा शर्मा का चयन राजस्थान न्यायिक सेवा के लिए हुआ है। उल्लेखनीय है कि ओम कॉलोनी निवासी सत्येंद्र शर्मा एवं पुष्पा शर्मा की 23 वर्षीय बेटी शिखा का चयन प्रथम प्रयास में हुआ है। सत्येंद्र शर्मा शिक्षा विभाग में जांदवा राउमावि में वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत हैं तथा माता पुष्पा शर्मा सोमासी विद्यालय में शिक्षक हैं।
शिखा ने अपनी सफलता का श्रेय चूरू लोहिया कॉलेज में विधि प्रवक्ता रहे स्व. महावीर सिंह यादव तथा मम्मी-पापा, ताऊजी रवींद्र शर्मा, विजेंद्र शर्मा, ताईजी कमलेश देवी, अरूणा देवी से मिली प्रेरणा और न्यायिक मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर पारीक व वरिष्ठ विधि अधिकारी महेंद्र सैनी से मिले मार्गदर्शन को दिया है। शिखा ने बताया कि पारीक व सैनी के मार्गदर्शन में कड़ी मेहनत का परिणाम मिला। शिखा ने बताया कि वर्ष 2020 में चूरू के राजकीय विधि महाविद्यालय से एलएलबी की थी और शुरू से ही मन में ठान रखा था कि इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाएगी लेकिन इतनी जल्दी सफलता मिल जाएगी, शुरू में ऎसा विश्वास नहीं था। ऎसे में विधि सत्संग संस्था से जुड़ने पर उसका आत्मविश्वास बहुत बढ़ा और चंद्रशेखर पारीक व महेंद्र सैनी ने सदैव सकारात्मक मार्गदर्शन दिया। फिर भी परिणाम की चिंता नहीं थी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को अपनी रूचि के क्षेत्र में कड़ी मेहनत करनी चाहिए। मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, एक न एक दिन मेहनत करने वाले अपना सपना पूरा कर ही लेते हैं। गौरतलब है कि शिक्षा ने अपनी परीक्षा अंग्रेजी माध्यम से दी थी।