जेजेटी को विद्या नगरी बनाया जाएगा- टीबड़ेवाला
झुंझुनू, श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी विद्या नगरी के खेल मैदान पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा के का सातवें दिन यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ श्रीमद् भागवत कथा का समापन हुआ। इस अवसर पर कथावाचक महाराज देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि व्यक्ति अगर मर्यादाओं में न रहे तो वह अपना ही नहीं सब का नाश कर देता है। हमारी मर्यादा ही हमारा श्रृंगार है, हमारे संस्कार ही हमारे आभूषण हैं और सत्कर्म ही हमारी मुक्ति है। इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को संबोधित हुए जेजेटी के चेयरपर्सन डॉ विनोद टीबड़े वाला ने कहा कि चुडैला को विद्या नगरी बनाया जाएगा उन्होंने कहा कि सरकार ने 120 एकड़ जमीन देने का वादा किया था लेकिन अभी तक 30 एकड़ ही जमीन मिली है अगर सरकार बंजर पड़ी और जमीन हमें देती है तो हम हायर एजुकेशन सहित शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से आयाम स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भागवत कथा की सार्थकता तभी होगी जब हमें जमीन मिलेगी और हम भामाशाह का सहयोग लेकर विद्या नगरी बनाने में सफल होंगे इस अवसर पर उन्होंने कहा कि फरवरी माह में होने वाले जेजेपी के वार्षिक समारोह में कथा वाचक श्री देवकीनंदन जी ठाकुर महाराज को मानद की डिलीट उपाधि से अलंकृत किया जाएगा। इस अवसर पर जेजेटी के सभी ट्रस्टीयों की ओर से डॉ विनोद टीबड़ेवाला रामअवतार अग्रवाल उमा देवी टीबड़ेवाला द्वारा महाराज श्री का अभिनंदन पत्र देकर सम्मान किया।
श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस द्वारिका लीला, सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष, व्यास पूजन पूर्णाहुति का वृतांत सुनाया गया गया। इस अवसर पर कथा में मुंबई से आए प्रवासी राधेश्याम जसरा पुरिया साकेत सोनथलिया महावीर प्रसाद गुप्ता हनुमान प्रसाद बगड़िया रामअवतार अग्रवाल करौली परागों प्रेमलता टीबड़ेवाला उमा देवी टीवडेवाला कावेरी टीबड़े वाला सीता देवी रजिस्ट्रार डॉ मधु गुप्ता डॉ अंजू सिंह रमन गुप्ता पीआरओ रामनिवास सोनी डॉ अजीत कस्बा डॉ सुरेंद्र डॉ अनिल कड़वासरा सहित बड़ी संख्या में मौजूद थे।