शाहपुर का फौजी हत्याकांड
शाहपुर निवासी फौजी हत्याकांड के मामले ने लोगो को झकझोर कर रख दिया था। दो सगे फौजी भाइयो को दो महीने के समय अंतराल में ही मौत ने आगोश में ले लिया था या कह सकते है कि वो दुश्मनो की खुनी साजिश का शिकार हुए थे। कैलाश चंद्र के फौजी पुत्र अखिलेश की 2 दिसंबर 2018 को हुई हत्या के मामले में हत्यारो को सजा दिलाने की मांग को लेकर धरना चल रहा था दूसरा बेटा संदीप 29 जनवरी 2019 को धरने पर बैठे लोगो के लिए खाना लेकर जा रहा था कि सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई हलाकि उसके परिवार के लोगो ने उसे भी हत्या ही करार दिया था। पूरा परिवार व रिश्तेदार शोक से बाहर नहीं निकल पा रहे थे एक बार ऐसा लगा कि इस परिवार का सब कुछ ही खत्म हो गया हो। लेकिन आज उपरवाले ने साबित कर दिया कि उसके घर देर है अंधेर नहीं है। जिस आँगन की बगिया के दो फूल कुचल दिए गए थे आज उस परिवार में फिर से खुशी का माहौल बना है या कहें की परिवार पर भगवान कि दया बरसी है। फौजी भाइयो के ममेरे भाई विजय नेहरा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सिपाही संदीप की बहादुर पत्नी कौशल्या ने बेटे को जन्म दिया है, शादी के 2 महीने बाद ही सिपाही संदीप की हत्या हो गई थी। बेटा होने से परिवार ही नहीं पूरा गांव और रिश्तेदार खुश है। जो लोग इस परिवार के दुःख की घडी में साथ थे आज यह खबर उनके दिलो को सुकून देने वाली है।