सोशल कॉमर्स स्टार्टअप डीलशेयर ने जुटाई 11 मिलियन डाॅलर की फंडिंग
राजस्थान और गुजरात के टियर 2 और टियर 3 शहरों में अच्छी पैठ जमाने के बाद जल्द ही महाराष्ट्र में होगी लाॅन्चिंग
जयपुर, प्रमुख सोशल काॅमर्स स्टार्टअप, डीलशेयर ने सीड राउंड व सीरीज ‘ए’ फंडिंग में 11 मिलियन डॉलर जुटाने की घोषणा की है जिसका नेतृत्व मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया और फाल्कन एज कैपिटल ने किया। इस राउंड में डीएसटी ग्लोबल, ओमिडयार नेटवर्क इंडिया और कुछ प्रमुख एंजल निवेशकों ने भी भाग लिया। जयपुर स्थित इस स्टार्टअप ने पिछले साल सितंबर में अपना परिचालन शुरू किया और नाॅन-मेट्रो, टियर 2 और टियर 3 शहरों की मध्यम और निम्न आय वर्ग वाली आबादी पर ध्यान केंद्रित किया। यह वर्तमान में जयपुर, अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, कोटा, जोधपुर, अजमेर, सीकर, सवाईमाधोपुर और नागौर में 3 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा दे रहा है। यह इस महीने के अंत तक महाराष्ट्र में अपनी मौजूदगी का विस्तार करने की भी योजना बना रहा है, जिससे यह देश में सबसे तेजी से बढ़ते स्टार्ट-अप में से एक बन जाएगा। स्टार्टअप जो सोशल मोरलटी मॉडल के माध्यम से किराने और घरेलू आवश्यक उत्पादों को बेचता है, पूरे भारत में तेजी से परिचालन बढ़ाने का इरादा रखता है। ताजा फंड का उपयोग आर्टिफिषियल आधारित समाधानों और शहरों में स्वदेशी लॉजिस्टिक नेटवर्क के विकास के लिए किया जाएगा। अगले एक वर्ष में 10 से अधिक राज्यों में 100 शहरों में विस्तार होगा। डीलशेयर की स्थापना पांच सक्रिय उद्यमियों द्वारा की गयी जिन्हें लगभग 100 वर्षों का संयुक्त अनुभव हैं – विनीत राव, सीईओ और हैड आॅफ टैक्नोलाॅजी हैं, सुरजेंदु मेद्दा चीफ बिजनेस आॅफिसर और हैड आॅफ सोर्सिंग हैं, संकर बोरा सीओओ और हैड आॅफ मार्केटप्लेस हैं, ऋषव देव चीफ स्ट्रेटेजी आॅफिसर और हैड आॅफ लॉजिस्टिक आर्म हैं, वहीं रजतशेखर चीफ प्रोडक्ट आॅफिसर हंै। विनीत राव, पूर्व माइक्रोसॉफ्ट तकनीकी विशेषज्ञ, सुरजेंदु मेद्दा, पूर्व बिक्री प्रमुख, मेट्रो कैश एंड कैरी, शंकर बोरा, मिंत्रा में पूर्व सह-संस्थापक और वीपी ऑपरेशंस, ऋषव देव, ग्रोफर्स में वीपी आॅपरेशंस, रजतशेखर, फूडपांडा में मुख्य उत्पाद अधिकारी रह चुके हैं। यह पांचों मिल कर देश में एक ई-कॉमर्स की एक सफल कहानी रचने के लिए आवश्यक विविध अनुभव वाले लोग हैं। डीलशेयर के विकास पर टिप्पणी करते हुए चीफ एक्जीक्यूटिव आॅफिसर और हैड आॅफ टैक्नोलाॅजी विनीत राव ने कहाः ‘हम भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कहानी बनाने की प्रक्रिया में हैं। ई-कॉमर्स 1.0 ने देश में पश्चिमी मॉडल लाने और बहुत सारे निवेश और बुनियादी ढांचे को लाने पर ध्यान केंद्रित किया। हालांकि, उन मॉडलों को ज्यादातर मेट्रो शहरों में रहने वाले शीर्ष स्तरीय आबादी पर केंद्रित किया गया था। सामूहिक खरीद के लिए साधनों की कमी के कारण टियर 2 और उससे नीचे के शहरों में रहने वाले भारतीय उपभोक्ता लंबे समय से इस क्षमता से महरूम थे। डीलशेयर इस अनूठी समस्या को अपने ऐप के माध्यम से हल करता है, जहाँ उपयोगकर्ता अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ खरीदारी की आवश्यकता को मजबूत करने में सक्षम होते हैं और ऐप पर ऑर्डर देते हैं। यह, किफायती दरों पर सोर्सिंग के लिए आपूर्तिकर्ताओं और निर्माताओं के साथ जुड़ने में सक्षम बनाता है। नवीनतम फंडिंग हमें अपनी एसेट-लाइट, कम-लागत और अत्यधिक कुशल लॉजिस्टिक्स मॉडल को मजबूत करने के लिए भी प्रेरणा देगा। हम स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और लाभ उठाने की योजना बना रहे हैं और हमारे प्रमुख कार्यक्रमों जैसे कि डीलशेयर दोस्त (लास्ट-मील सप्लाई चेन) और डीलशेयर दुकान (ओ2ओ स्टोर मॉडल) को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और समग्र दक्षता में वृद्धि करते हुए अंततः हमारी परिचालन लागत को कम करने का प्रयास है।’ डीलशेयर का मुख्य उद्देश्य ‘अधिक खरीदें, अधिक बचत करें और दोस्तों के साथ खरीदें और अधिक बचत करें’ है, जिसके कारण यह नेक्स्ट 500 मिलियन नए इंटरनेट उपयोगकर्ताओं पर ध्यान केंद्रित करता है जो हाल ही में ऑनलाइन आए हैं। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो स्नैक्स और अन्य खाद्य पदार्थों जैसे फलों, सब्जियों, और ड्राई फ्रूट्स, एफएमसीजी उत्पादों जैसे लोशन, साबुन, सफाई तरल पदार्थ, आदि के साथ-साथ घरेलू सामान जैसे लिनन, बाल्टी, मोप जैसे दैनिक उपयोग के उत्पाद प्रदान करता है। उत्पाद स्थानीय निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं से सीधे प्राप्त किए जाते हैं और डीलशेयर पर प्रत्येक वस्तु को अच्छी छूट पर पेश किया जाता है, जब खरीदार अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ समूह खरीदने में संलग्न होते हैं, तो वे आगे की कीमतों में कटौती कर सकते हैं।
महाराष्ट्र लॉन्च की घोषणा करते हुए चीफ बिजनेस आॅफिसर और हैड आॅफ सोर्सिंग सुरजेंदु मेद्दा ने कहा, ‘केवल एक साल के संचालन में, हमने 3 लाख उपभोक्ताओं से 1.5 मिलियन से अधिक ऑर्डर प्राप्त किए हैं। हमारे ग्राहकों में से अधिकांश ऐसे हैं, जो पहली बार डीलशेयर के जरिए ही ई-कॉमर्स में उतरे हैं। व्हाट्सऐप एकमात्र ऐसा एप्लिकेशन था जो वे डीलशेयर से पहले नियमित रूप से उपयोग कर रहे थे। हम सरलीकृत यूजर इंटरफेस, स्थानीय भाषा, सोशल मोरल और स्थानीय आपूर्ति पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं। यह हमें छोटे शहरों और कस्बों में गहराई से पैठ बनाने का अवसर देते हैं, जो कि ई-कॉमर्स या आधुनिक व्यापार कंपनी ने पहले नहीं किया है। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के खुलने और राजस्थान और गुजरात में और अधिक प्रवेश के साथ, हम छह महीने में 5 मिलियन के ग्राहक आधार को प्राप्त करने के लिए आश्वस्त हैं, जो हमारे साथ महीने में कई बार खरीदारी करेंगे! हमारी अनूठा मांग एकत्रीकरण मॉडल भी हमें व्यापारियों की अच्छीखासी संख्या के साथ बहुत प्रभावी ढंग से बिजनेस-2-बिजनेस करने की अनुमति देता है! हम अपने कुछ निष्ठावान व्यापारी ग्राहकों को डीलशेयर दुकान (ओ2ओ स्टोर मॉडल) में बदलने की प्रक्रिया में हैं, ताकि हमारे अंतिम उपभोक्ताओं को कुशलता से सेवा दे सकें। आप इसे भारत के लिए ई-कॉमर्स 2.0 कह सकते हैं।’
मैट्रिक्स इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर तरुण देवड़ा कहते हैं, ‘ भारत में अभी भी ई-कॉमर्स के लिए डे जीरो है। डीलशेयर टीम के पास उपभोक्ता खरीद व्यवहार की गहरी समझ है और एक अनूठा मॉडल है जो भारत में उपभोक्ताओं के सबसे बड़े हिस्से को मध्य और निम्न-आय वाले घरों में पूरा करता है। विनीत, सुरजेंदु, शंकर, रिशव और रजत के साथ इस यात्रा का सहभागी बनना एक खुशी की बात है।’
-डीलशेयर के बारे में
डीलशेयर एक अविश्वसनीय रूप से लीक से हट कर सोशल ई-कॉमर्स मॉडल है, जो नेक्स्ट बिलियन यूजर्स के लिए ई-रिटेल का आविष्कार करने की ओर प्रेरित है। असाधारण कंपनियों और स्टार्टअप्स के साथ काम कर कर टेक, सेल्स, ऑपरेशंस और प्रोडक्ट डवलपमेंट में विशेषज्ञता प्राप्त पांच सक्रिय उद्यमियों ने जयपुर मुख्यालय के साथ बेंगलुरू और अहमदाबाद में कार्यालयों के साथ इसकी शुरुआत की थी। डीलशेयर को सितंबर 2018 में शुरू किया गया था। डीलेशेयर वर्तमान में राजस्थान और गुजरात के प्रमुख शहरों में चालू है और जल्द ही महाराष्ट्र में खुल रहा है। न्यू ‘व्हाट्सऐप इंडिया’ पर ध्यान केंद्रित करते हुए, डीलशेयर ने जब होम डिलीवरी और कैश ऑन डिलीवरी जैसे विकल्पों की पेशकश की, तो दोस्तों ने फ्री डिलीवरी और कैश आॅन डिलीवरी के साथ मिल कर खरीदारी की और कर रहे हैं।