जीवणदेसर ग्राम पंचायत में लगे शिविर में सोहन लाल व उनके पोतों को मिला पालनहार योजना का लाभ,
सुरक्षित भविष्य के साथ सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] राज्य सरकार की अभूतपूर्व पहल पर आयोजित हो रहे महंगाई राहत कैम्प, प्रशासन गांवों के संग अभियान और प्रशासन शहरों के संग अभियान शिविर आामजन के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशन में अधिकारी-कर्मचारी संवेदनशीलता से काम कर आमजन को लाभान्वित कर रहे हैं। शिविरों में बच्चों की सामाजिक सुरक्षा के लिए राज्य सरकार की पालनहार योजना का लाभ मिलने से बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो रहा है, वहीं संरक्षकों की चिंताएं दूर हो रही हैं। इसी कड़ी में शनिवार को सरदारशहर ब्लॉक के जीवणदेसर ग्राम पंचायत में आयोजित प्रशासन गांवों के संग अभियान और महंगाई राहत कैम्प में गांव के ही वृद्ध सोहनराम नायक को पालनहार योजना का लाभ मिला तो कृतज्ञता से उनकी आंखें छलक उठीं। प्रकरण के मुताबिक, सोहन लाल नेे शिविर में आकर प्रभारी एसडीएम बिजेन्द्र सिंह को बताया कि उनके बेटे कालूराम की 4 साल पहले सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उनके बेटे के दो पुत्र हैं जिनकी उम्र 7 व 10 वर्ष है। उनकी पुत्रवधू डेढ़ वर्ष पहले अन्य जगह नाते चली गई है, जिससे पौत्रों के एकमात्र संरक्षक वह स्वयं ही हैं। वृद्ध होने से बच्चों के लालन-पालन में काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने एसडीएम बिजेन्द्र सिंह से निवेदन किया कि सरकार की तरफ से सहायता मिले तो बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जा सके, जिससे उन्हें सामाजिक के साथ आर्थिक सुरक्षा भी मिल सके।
इस पर एसडीएम बिजेन्द्र ने संबंधित अधिकारियों को प्रकरण में शीघ्र संज्ञान लेते हुए शिविर में ही पालनहार योजना में स्वीकृति जारी करने के निर्देश दिए। सरपंच, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अंकुर जैसनसरिया ने प्रकरण की जांच कर त्वरित कार्यवाही करते हुए दोनों बच्चों के पालनहार योजना में रजिस्ट्रेशन कर वृद्ध सोहनलाल को पालनहार बनाकर सम्पूर्ण आवश्यक प्रक्रिया पूरी की।सरदारशहर विधायक अनिल शर्मा व एसडीएम बिजेन्द्र सिंह ने वृद्ध सोहनलाल को पालनहार योजना का स्वीकृति पत्र प्रदान किया तो वृद्ध सोहनलाल की आंखों में खुशी से आंसू छलक पड़े। सोहनलाल ने राज्य सरकार और प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से मुझे और मेरे पौत्रों को आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा मिली है।