जिला कलक्टर ने दिए
चूरू, दक्षिण-पश्चिम मानसून के जून माह में सक्रिय होने की संभावना को देखते हुए जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने सभी अधिकारियों को जलभराव एवं बाढ़ को लेकर बचाव एवं पूर्व तैयारी के लिए निर्देश दिए हैं। जिला कलक्टर ने सभी विभागाेंं से कहा है कि अपने-अपने विभाग के नियंत्रण कक्ष को कार्यशील रखें और बाढ़ की स्थिति में विभागीय कार्यों को लेकर चाक चौबंद रहें। जिला कलक्टर ने डिस्कॉॅम एसई से कहा है कि बाढ़ की स्थिति होने पर विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखने हेतु आवश्यक उपकरण पोल, कण्डक्टर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यदि कहीं पर ट्रान्सफॉर्मर जमीन पर पड़े हैं तो उन्हें डी.पी. पर रखवाया जाए। ढीले तारों को कसा जाये। उन्होंने कहा है कि जलदाय विभाग निचले क्षेत्रों से पानी निकालने हेतु पम्प सैटों की व्यवस्था करे। जहां ज्यादा बाढ़ आने की सम्भावना है, वहां व्यापक संख्या में पम्प सैटों की व्यवस्था रखें। पेयजल की व्यवस्था एवं पेयजल स्त्रोतों के क्लोरीफिकेशन की समुचित व्यवस्था हो ताकि दूषित पेयजल जनित बीमारियां फैलने की आशंका नहीं रहे। जिला कलक्टर ने स्वास्थ्य विभाग एवं पशुपालन विभाग को बीमारियों की रोकथाम के उपाय एवं दवाओं की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
जिला कलक्टर ने सभी नगर निकायों से कहा है कि नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ-साथ शहर की सड़काें की मरम्मत एवं नालों की सफाई की व्यवस्था 15 जून से पहले कर लें। निचले स्तर से प्रभावित व्यक्तियों एवं बस्तियों को ऊंचे क्षेत्रों में अस्थायी रूप से रहने हेतु वहां स्थित धर्मशाला, सार्वजनिक स्थल आदि को चिन्हित करें। पानी निकालने के लिए पम्प सैटों एवं मड पम्पों का प्रबन्ध करें तथा मृत पशुओं, मलबा, कचरा आदि को हटाने एवं मलेरियारोधी उपाय, कटे हुए फलों और सब्जियों के खुले में विक्रय पर प्रतिबन्ध की व्यवस्था करें। सार्वजनिक निर्माण विभाग बरसात में गिर सकने वाले भवनों की पहचान कर इनकी मरम्मत करे अथवा अनुपयुक्त पाए जाने पर उन्हें गिरा दे। सड़क मार्ग से गुजरने वाले नदी-नालें, रपट, कलवर्ट आदि पर होकर वर्षा का पानी बह रहा हो, तो उन स्थानों को चिन्हित कर दोनों ओर साईनबोर्ड लगाकर यातायात प्रतिबन्धित किया जाये। संभावित खतरों वाले रपट, पुलियाओं पर लोहे की जंजीर की व्यवस्था की जाए। मौसम विभाग मानसून गतिविधियों की नियमित जानकारी दे और बाढ़ की संभावना की स्थिति में चेतावनी जारी कराएं। आईजीएनपी एवं जल संसाधन विभाग बाढ या जलभराव की सम्भावना में जिले के संवेदनशील एवं संकटग्रस्त क्षेत्रों का सामना करने के लिए कार्ययोजना बनायें। उपलब्ध वायरलैस सैटों को कार्यशील रखें तथा नावों, रक्षा पेटियों, रस्सों, मशालों, टार्च की व्यवस्था रखेंं। उपलब्ध संसाधनों को चिन्हित कर जरूरत होने पर बाढ नियन्त्रण कक्ष में तत्काल भेजने की व्यवस्था करें। गैर सरकारी संगठनों की पहचान कर उनका सहयोग लेने की व्यवस्था करें। वर्षाकाल में नदियों, नहरों, बांधों, तालाबों आदि पर निरन्तर भ्रमण करते हुए आने वाले संकट के विषय में सूचना दें। बांध के गेट खोलने वाले तथा तकनीकी रूप से दक्ष कर्मचारियों की सूची बनाकर अपने कार्यस्थल पर तैनात रहने हेतु पाबन्द करें और नावें, रस्से तथा अन्य उपकरण आदि की बाढ़ सम्भावित केन्द्रों पर उपलब्धता सुनिश्चित करें। संभावित संकट की सूचनाएं तत्काल बाढ़ नियन्त्रण कक्ष एवं सभी सम्बन्धित विभागों को नियमित रूप से भिजवाएं। मुख्यालयों पर हर समय जिम्मेदार अधिकारी की उपस्थिति रहे।
रसद विभाग उचित मूल्य की दुकानों पर गेहूं, केरोसीन, अन्य खाद्य सामग्री के भण्डारण, उसके वितरण की व्यवस्था एवं वितरण के स्थान का उल्लेख आदि सूचनाओं की पारदर्शिता के साथ-साथ उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करें। बाढ की स्थिति में स्वैच्छिक संगठन भी पीडित व्यक्तियों तक समय रहते पहुंचे, यह सुनिश्चित करें। बीएसएनएल जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष का टॉल फ्री नम्बर 1077 एवं संचार व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखे। जिला कलक्टर ने पुलिस अधीक्षक से कहा है कि होमगार्ड एवं आर.ए.सी की प्रशिक्षित एवं अन्य कम्पनियां तैयार रखें। पर्याप्त मात्रा में तैराक, नावों, गोताखारों, पर्याप्त जीवन रक्षक यंत्रों जैसे जैकिट, रस्से, टार्च संचार तंत्र, कानून व्यवस्था इत्यादि की उपलब्धता रहे। किराए पर मिलने वाले उपकरणों के लिए पहले से ही निविदा आमंत्रित कर दर निर्धारित कर लें और उनको पाबन्द कर दें, ताकि बाढ़ से सम्भावित स्थानों पर उनका उपयोग तत्परता से किया जा सके। आवश्यकतानुसार गोताखोरों को प्रशिक्षण दिया जाए ताकि आवश्यकता पड़ने पर गोताखोरों की कमी नहीं पड़े। गत वर्षों मे एस.डी.आर.एफ. मद से उपलब्ध कराये गये उपकरणों की सूची तत्काल उपयोग की दृष्टि से तैयार रखें तथा यथा आवश्यक प्राथमिकता पर उपलब्ध कराएं।
जिला कलक्टर ने सभी विभागों से कहा है कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देश प्रदान करें व स्पष्ट रूप से आगाह कर देें कि आने वाले मानसून के दौरान जिला कलक्टर की अनुमति के बिना बिना मुख्यालय नहीं छोड़ें और विभागीय वांछित सामग्री, उपकरणों के साथ सम्पर्क में रहें। उन्होंने की गई तैयारियों की सूचना 3 जून तक भिजवाने के लिए कहा है।