डीएफओ सविता दहिया ने बताया
चूरू, वन विभाग की ओर से नर्सरी भ्रमण के लिए विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है। नर्सरी भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण जागरुकता पैदा करना है। डीएफओ सविता दहिया ने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए dcf.cur@gmail.com पर ईमेल अथवा दूरभाष नम्बर 01562250938 पर फोन से संपर्क किया जा सकता है। दहिया ने बताया कि गत वर्ष चूरू जिले में वन विभाग द्वारा अपनी विभिन्न नर्सरियों में घर-घर औषधि योजना के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा आंवटित लक्ष्यानुसार तुलसी, गिलोय, कालमेघ व अश्वगंधा आदि चार औषधीय प्रजाति के कुल 14 लाख पौधे वितरित किये गये। इस वर्ष भी करीब 3.48 लाख पौधे तैयार किए गए हैं, जो आधार कार्ड दिखाकर आमजन द्वारा निशुल्क वन विभाग की नर्सरियों से प्राप्त किये जा सकते हैं। नर्सरियों की जानकारी प्राप्त करने हेतु रेंज अधिकारी घनश्याम सिंह से मोबाइल नंबर 01562 250938 अथवा 94628 89033 पर सम्पर्क किया जा सकता है। घर-घर औषधि योजना अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष वन क्षेत्र के बाहर वृक्षारोपण प्रोत्साहित करने के लिये ग्राम पंचायतों, नगरीय निकायें आदि एवं जन साधारण के सहयोग से एक वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया गया है। योजनान्तर्गत वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में प्रतिवर्ष 6 माह के 2 करोड़ और 12 माह के 3 करोड़, 3 फीट या इससे अधिक उंचाई के कुल 5 करोड़ पौधे तैयार निर्धारित दरों पर वितरित किये जायेंगे। इन 5 करोड़ पौधों में से वन मण्डल चूरू को वर्ष 2022-23 हेतु कुल 15 लाख पौधे तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है जिसमें से परिवारों को वितरण हेतु 8.50 लाख पौधे, शहरी निकायों को 3.50 लाख पौधे एवं ओरण/चारागाह/गोचर में लगाये जाने हेतु 3 लाख पौधे तैयार करने हेतु भौतिक लक्ष्यों का आंवटन प्राप्त हुआ है। इस योजनान्तर्गत जामुन, नीम, सहजन, नींबू, आंवला, करंज, बकायन, बीलपत्र, कटहल, मीठा नीम, जाल, अनार इत्यादि के पौधे तैयार किये जा रहे हैं।