सुरेरा कस्बे में
सीकर [नरेश कुमावत ] सुरेरा कस्बे में पहली बार रेगर समाज ने बेटी को घोड़ी पर बैठकर बंदोरी निकाली । अध्यापक शांति लाल बोकोलिया माता सोहनी देवी ने अपनी बेटी को घोड़ी पर बिठाकर बंदोरी निकाली । चाचा ओमप्रकाश बोकोलिया ने बताया कि बेटियों को पराया धन नहीं मानना चाहिए बेटियां समाज को परिपूर्ण बनाने में अपना अहम रोल अदा करती है। बेटियां बेटों से कम नहीं है। इस मौके पर आंगनबाड़ी केंद्र सुमित्रा देवी,रामेश्वर बोकोलिया, नाथूराम बोकोलिया, अर्जुन राम मुंडोतिया,मनोज मोहनपुरिया, मुकेश कुमार मुंडोतिया, राजेश कुमार, दिनेश कुमार, छोटू राम ,सुभम बोकोलिया,गोरधन बोकोलिया,सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।