20 से अधिक बच्चे रोज सीख रहे है खुद की कमजोरी को दूर करने वाले विषय
मंड्रेला, अभावों और गुरबत में पल बढ़ कर पढ़ाई कर सरकारी नौकरी हासिल कर अपना सुरक्षित कैरियर बनाने वाले तीन सरकारी टीचर्स ने अपनी बचपने की हालत वाले बच्चों को पढ़ाकर आगे बढाने का बीड़ा उठाया है। यह कहानी मंड्रेला के तीन शिक्षक मित्रो की है जो अपनी छुटियो में सामाजिक सरोकार का यह काम कर रहे हैं। इसमे शामिल है शिक्षक जगदीश प्रसाद, मनोज कुमार, और महेश कुमार । ये सभी मंड्रेला के निवासी हैं और बड़े अभावों में पढ़ कर खुद शिक्षक बने हैं। अब वो अपने अड़ोस पडोस में रहने वाले स्कूलों में पढ़ने वाले उन बच्चों को क्लास लगाकर पढ़ाने का काम कर रहे जो किसी भी विषय मे खुद को कमजोर महसूस करता है। जिस विषय मे पिछली साल उसके कम अंक आये हैं। उन बच्चों को विषय के बेसिक्स सीखा कर उनमें रुचि पैदा कर रहे हैं। इन शिक्षकों का मानना है कि यदि कमजोर बच्चों की अच्छे से काउंसलिंग कर उसे बेसिक्स सिखाये जाये और पढ़ाई के लिये प्रेरित किया जाये तो बच्चा अच्छे अंक प्राप्त कर सकता है। अब तक इन बच्चों की संख्या 20 से अधिक हो चुकी हैं जो निरन्तर बढ़ती जा रही हैं।