जिले में 43 ग्राम पंचायतों में किए गए विकास कार्यों का होगा सामाजिक अंकेक्षण
20 जुलाई गुरुवार को अवकाश के दिन श्रमिकों को कार्य दिया जायेगा_ सीईओ जवाहर चौधरी
झुंझुनूं, ज़िले की 43 ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मिडे मील योजना व महात्मा गांधी नरेगा योजना में वर्ष 2022-23 में किए गए विकास कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण किया जायेगा। सामाजिक अंकेक्षण ग्राम सभा के लिए जिला स्तर से 43 अधिकारियों को प्रभारी भी लगाए गए है। अंकेक्षण कार्य के लिए जिले में प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए पांच ग्राम संसाधन व्यक्ति (वीआपी) व एक ब्लॉक संसाधन व्यक्ति (बीआरपी) के 43 दल बनाए गए है, के द्वारा ग्राम पंचायत में किया जायेगा। संबंधित ग्राम पंचायत स्तरीय कार्मिकों को राजकीय अवकाश के दौरान भी कार्यालय खुले रख कर सामाजिक अंकेक्षण कार्य में सहयोग करने के लिए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी द्वारा दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिला स्तर से लोकपाल महावीर प्रसाद तोगड़िया, लेखाधिकारी ओमप्रकाश चौधरी, आईईसी समन्वयक अजीत सिंह बिजारणियां, रमेश सिंह शेखावत आदि अनेक के द्वारा भी सामाजिक अंकेक्षण कार्य का औचक निरीक्षण किया जायेगा है।
ज़िला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी के अनुसार धनुरी, ढीलसर, गांगियासर, गोखरी, गादली, घसेडा, गुंती, झांझा, चनाना, धतरवाला, नुनिया गोठड़ा, गोठड़ा लांबा, बिसनपुरा,बुडानिया, देरवाला, ढाणी पुरोहितों की, चारावास, डाडा फतेहपुरा, दिलेलपुरा, देवता, चूड़ी चतरपुरा, दिलोई, हनुमानपुरा, हेमतसर, चिराना देवगांव नुआ, देवगांव, देवीपुरा, दोबड़ा, दुधवा, डुलानिया, घंडावा, गाडाखेङा, घरङाना कलां, घरङाना खुर्द, गुजरवास, भावठङी, डालमिया की ढाणी, धिंगडीया, चवंरा, छावसरी, छापोली, छऊ पंचायतों में 12_17 जुलाई तक सत्यापन का कार्य किया जायेगा।
सीईओ चौधरी के अनुसार ज़िले की 43 ग्राम पंचायतों में 18/07/2023 मगलवार को सामाजिक अंकेक्षण ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा। उन ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा के सफल आयोजन हेतु ग्राम सभा के दिन महात्मा गांधी नरेगा श्रमिकों का अवकाश रहेगा तथा अगले गुरुवार 20 जुलाई को अवकाश के दिन श्रमिकों को कार्य दिया जायेगा।
क्या है सामाजिक अंकेक्षण?
हमारा पैसा – हमारा हिसाब
सामाजिक अंकेक्षण प्रक्रिया पारदर्शिता एवं जवाबदेही स्थापित करने का शशक्त माध्यम है. सामाजिक अंकेक्षण प्रक्रिया में सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में जितना भी खर्चा होता हैं उसके लेखे – जोखे का विवरण जनता को बताया जाता हैं। इसमे प्रत्येक लाभार्थी से पूछा जाता हैं कि उनको नियत समय पर लाभ मिला है अथवा नही और उस लाभ को प्राप्त करने में किसी तरह की अनियमितता तो नही हुई है? यह सब तथ्य लाभार्थी ग्राम सभा मे जनसुनवाई में एक निष्पक्ष पैनल के सामने रखते हैं तथा उनपर खुली चर्चा होती है। साथ ही वहाँ पर शिकायत निवारण की व्यवस्था भी होती हैं।
किस का हो रहा है सामाजिक अंकेक्षण?
प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मिडे मील योजना, व महात्मा गांधी नरेगा योजना में हुए कार्य की स्वीकृति – तकनीकी, प्रशासनिक-वित्तीय, एस्टिमेट,कार्य आदेश, बिल-वाउचर, माप पुस्तिका, श्रम सामग्री भुगतान उपयोगिता प्रमाण पत्र, पूर्णता प्रमाण पत्र, परिसंपत्ति रजिस्टर, कैश बुक,स्टॉक रजिस्टर, अंतिम सम्पन्न सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट, आदि रिकॉर्ड अंकेक्षण दल द्वारा चेक किया जा रहा है।
इन योजनाओं के तहत ग्राम पंचायत में जितने भी काम हुए है, जिसमे कितने कार्य स्वीकृत हुए, कितने पूर्ण हुए , कितने अभी चल रहे है, श्रमिको को काम मांगने, भुगतान, न्यूनतम मजदूरी, कार्यस्थल सुविधाएं आदि हकों का सत्यापन किया जाएगा तथा इन कार्यों पर जितना भी खर्चा हुआ है उसका लेखा जोखा ग्राम सभा में रखा जाएगा तथा लाभार्थी उसका सत्यापन करेंगे।
दीवार लेखन – नरेगा में श्रम एवं सामग्री पर जो खर्चा हुआ है उसकी पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु उनकी सूचना राजस्व ग्रामवार सार्वजनिक दीवार पर लिखी जाती है। इस अंकेक्षण के दौरान दीवार लेखन का भी सत्यापन किया जाएगा । सभी लोग भी अपने से संबंधित सूचना दीवार पर जाकर देख सकते है।
ग्रामीणों से अपील हैं कि-
• अंकेक्षण टीम सारी सूचनाओं के साथ आपके घर -घर आएगी तो उन्हें चाही गयी जानकारी उपलब्ध कराए।
• सम्बंधित कोई भी शिकायत है तो टीम को लिखकर दे।
• ग्राम सभा की जनसुनवाई में आकर अपनी-अपनी शिकायत दर्ज कराए, शिकायत दर्ज कराने हेतु सारे दस्तावेज लेकर आये।
• ग्राम पंचायत में नरेगा व अन्य योजनाओं में जितना भी खर्चा हुआ है उसका हिसाब सुने।
• जनसुनवाई में आकर योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करे।