भाजपा ने प्रेस वार्ता की
चूरू,[दीपक सैनी ] विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अपने आवास पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार के होने वाले 3 वर्ष पूर्ण होने पर एवं चूरू नगर परिषद द्वारा चूरू में बद से बदतर हुई हालत के कारण प्रेस वार्ता की। इस अवसर पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार अपने 3 वर्ष पूरे करने वाली है और सरकार इसका जश्न मना रही है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है और राजस्थान की जनता के साथ अन्याय है। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस द्वारा जयपुर में महंगाई के विरोध में जो रैली की गई थी वह अपने आप में छलावा था क्योंकि राजस्थान में सबसे ज्यादा महंगाई दिखाई देती है पेट्रोल और डीजल सर्वाधिक महंगे राज्यों में दूसरा स्थान राजस्थान का है। प्रदेश सरकार का 3 वर्ष का कार्यकाल प्रदेश के लोगों के लिए काला अध्याय के रूप में दिखाई देता है। यह पहला अवसर है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चूरू जिले से सरकार के प्रतिनिधि के रूप में किसी को योग्य नहीं समझा। वर्तमान प्रदेश सरकार केवल पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के द्वारा घोषित किए गए कार्यों का उद्घाटन करने वाली सरकार है वर्तमान नगर परिषद की आलोचना करते हुए उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा भाजपा शासन में चूरू स्वच्छता के मामले में चौथे स्थान पर था परंतु आज वर्तमान नगर परिषद की अक्षमता के कारण चूरू सर्वाधिक गंदे शहरों में गिना जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि अमृत योजना में 108 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत थी जिसमें से 39 करोड की राशि काम में अभी तक नहीं ली गई है उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार चूरू के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। यहां की ड्रेनेज सिस्टम और अन्य विकास कार्यों की राशि को कोटा स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने नगर परिषद को नरक परिषद कहते हुए कहा कि इससे नगर परिषद के द्वारा 10000 पट्टे जारी करने का लक्ष्य रखा गया था परंतु मात्र 256 पट्टे ही जारी किए गए हैं। यहां माफिया का राज है और पुरानी हवेलियों के नाम पर हेरिटेज के रूप में नगर परिषद लूटने का काम कर रही है। उन्होंनें कहा कि चूरू में मनरेगा श्रमिकों को रोजगार देने के मामले में चूरू का 39 वां स्थान है मात्र 31000 लोगों को इस पर काम दिया गया है। विद्युत कनेक्शन के लिए किसान तरस रहे हैं। लगातार अघोषित बिजली कटौती से किसान और आमजन परेशान है। उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चूरू में अनेक सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं उन्होंने कहा कि 366 ग्राम सेवकों में से मात्र 166 कार्यरत है 306 पटवारी के पद है जिनमें से 106 पद रिक्त पड़े हैं और 52 गिरदावरी के पद में से 39 गिरदावर के पद रिक्त पड़े हैं मेडिकल की बात करें तो 75 डॉक्टरों के पद है उनमें से 35 पद रिक्त चल रहे हैं किंतु सरकार को किसी प्रकार की चिंता नहीं है। चिरंजीवी योजना से एक भी हॉस्पिटल को नहीं जोड़ा जाना चुरु के लोगों के साथ अन्याय हैं। इस अवसर पर किसान नेता और पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने कहा कि इस सरकार ने किसान को ठगने का काम किया है को ऑपरेटिव सोसाइटी में इस सरकार ने एक भी पैसा नहीं दिया है बल्कि किसानों को प्रतिमाह 15000 के ऋण पर 600 प्रतिमाह देने पड़ रहे हैं इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष बसंत शर्मा, पंचायत समिति प्रधान दीपचंद राहड़, मंडल अध्यक्ष सुरेश सारस्वत, जिला उपाध्यक्ष भास्कर शर्मा, विक्रम कोटवाद, विधानसभा संयोजक पदम सिंह, नारायण बेनीवाल, जिला आईटी संयोजक रमेश शर्मा, सह संयोजक सुरेश मिश्रा, सत्तार खान, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष अख्तर खान, मंडल महामंत्री गोगराज सैनी, नीरज जांगिड़, रवि दाधीच, लोकेश सैनी सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।