जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिये निर्देश
सीकर, जिला कलेक्टर चतुर्वेदी ने कहा कि समाज में प्रगति लाने के लिए महिलाओं एवं बच्चियों के विकास पर जिले में कैम्पीयन शुरू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, शिक्षा, राजीविका, पंचायतीराज, महिला एवं बाल विकास विभाग, महिला अधिकारिता, बाल संरक्षण इकाई, एनजीओं सहित अन्य विभागों के आपसी समन्वय से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न फ्लेगशिप योजनाओं से लाभान्वितकिया जायेगा। जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी मंगलवार को जिला परिषद सभागार में जिले में महिलाओं एवं बच्चियों में सुरक्षा, शिक्षा,आत्म विश्वास के साथ सम्पूर्ण विकास करने के संबंध में आयोजित बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि महिला उत्थान के लिए योजनाओं की प्रभावी माॅनिटरिंग करने के लिए गुंजन सिंह परवीक्षाधीन आईएएस को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में 5 फरवरी से 20 फरवरी तक सोनोग्राफी केन्द्रों का सघन निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। पीसीपी एनडीटी अधिनियम के प्रावधानों के तहत भ्रूण लिंग परीक्षण करना या करवाना, सहयोग करना अथवा विज्ञापन करना कानून अपराध होता है। भ्रूण लिंग परीक्षण संबंधी सूचना टोल फ्री नम्बर 104 या 108 या व्हाटसप एप नम्बर 97999995 पर दी जा सकती है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि भ्रूण लिंग परीक्षण रोकने के कार्य में आमजन की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से मुखबीर योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत भ्रूण लिंग परीक्षण की सत्य सूचना पर तीन लाख रूपये तक की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि सीकर जिले में पूर्व में सामाजिक कुरूतियों के रूप में बच्चियों की कन्या भ्रूण हत्या का प्रचलन काफी था लेकिन विगत 10 वर्षों में समाज ने काफी प्रगति की है। अब समाज में लोगों के यह बात समझ में आई है कि बालिकाएं कितनी महत्वपूर्ण होती है। बालिकाएं परिवार के विकास एवं समाज के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि समाज में छोटी-मोटी कुरूतियां महिलाओं के संबंध में अभी भी गलत धारणाएं है ओर उनके सर्वांगीण विकास के लिए उनके रास्तें में व्यवधान उत्पन्न किये जाते है। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद को निर्देश दिये कि जिले में महिला जन प्रतिनिधियों के सहयोग से घूंघट प्रथा समाप्त करने के लिए चर्चा कर अपेक्षित सहयोग लिया जावें। उन्होंने कहा कि समाज में प्रगति लाने के लिए महिला एवं बच्चियों के विकास पर ध्यान देने के लिए जिले में विभिन्न विभागों के सहयोग से कैम्पीयन शुरू किया गया है जिसमें सभी विभाग जिनमें महिलाओं से संबंधित योजनाओं का कार्य होता है उनकों शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस कैम्पीयन के माध्यम से जिले के सभी काॅलेजों, शिक्षण संस्थानों में जाकर युवाओं में नशा मुक्ति के बारे में तथा महिला सुरक्षा के बारे में जागरूक करने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने महिला बाल विकास विभाग, महिला अधिकारिता ,चिकित्सा, शिक्षा, राजीविका, पंचायतीराज और अन्य विभागों से महिलाओं से संबंधित योजनाओं में जो कार्य करवाये जाने है उनकी सघन माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिये है। जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के प्रति बहुत ही संवेदनशील है, उनकों राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाना ही अभियान का उद्देश्य है। हर जिले के सामाजिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए एक थीम बनेगी। जिले में लड़कियों के विकास की काफी प्रासंगिकता पाई गई है। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिये कि बालिकाओं में सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण प्रभारी डीईओं माध्यमिक रहेंगे जो काॅलेज में छात्राओं को स्वयं सुरक्षा का प्रशिक्षण करवायेंगे। पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बैठक में बताया कि पुलिस विभाग द्वारा जिले के महाविद्यालयों में युवाओं में नशा मुक्ति अभियान पर जागरूक करने के लिए तथा बालिकाओं में महिला सुरक्षा के लिए प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया जाएगा। इस दौरान बालिकाओं से क्यूरीज भी पूछी जाएगी और गांव-ढाणी तक महिला सुरक्षा के बारे में छात्राओं को बताया जाएगा। उन्होंने काॅलेज, स्कूलों में महिला सुरक्षा की जानकारी के लिए पम्पलेट वितरित करके जागरूकता का संदेश दिया जायेगा। अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारासिंह मीणा ने बताया कि बालिकाओं के बेहतर भविष्य के लिए पोषण, शिक्षा, सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, सीकर एसडीएम गरिमा लाटा, जिला रसद अधिकारी राजपाल यादव, सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग राकेश लाटा, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ओमप्रकाश राहड़, सीएमएचओ डाॅ. अजय चैधरी, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक धमेन्द्र कुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक रामचन्द्र पिलानियां, पीसीपी एनडीटी समन्वयक नन्दलाल पूनियां सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।