जिला प्रवक्ता भाजपा ने लगाया आरोप
नगरपरिषद बोर्ड के तानाशाही रवैये से सांसद के तोहफ़े से वंचित रह गया शहर – शर्मा
झुँझुनू, नगर परिषद की बजट बैठक में जब भाजपा के पार्षदों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए शहर की दुर्दशा गिनानी शुरू की तो सभापति नगमा बानो व आयुक्त अनिता खिचड़ ने अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए आपस में ईशारा कर 20मिनट में ही बजट बैठक क़ो निपटादी। भाजपा ज़िला प्रवक्ता एवं नगर मण्डल अध्यक्ष कमल कान्त शर्मा ने नगरपरिषद पर खुले भ्रष्टाचार शहर व पार्षदों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि नग़र पालिका व परिषद के इतिहास का सबसे असफल बोर्ड है, जिसने शहर को अंधकार , गंदगी व सड़क के खड्डो के अलावा सिर्फ़ भ्रष्ट्राचार दिया है। गौमाता का चारा तक डकार गए व गौशाला व साँड़शाला का अनुदान बंद क़र अपनी ओछी मानसिकता को प्रगट किया है। पूरा शहर अंधकार में डूबा है, हर वार्ड गन्दगी से अटा हुआ है, सड़कों पर गड्डे आए दिन हादसों को न्यौता दे रहें है। नगरपरिषद में बिना भ्रष्टाचार के किसी शहरवासी का काम नहीं होता है, पार्षदों के अधिकारों व गरिमा से खिलवाड़ किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि आज बैठक में सांसद नरेन्द्र कुमार खिचड़ स्वयं उपस्थित थे जो कि शहर को विकास कार्यों के रूप में तोहफ़ा देते लेकिन सभापति व आयुक्त ने अपनी कमियों को उजागर होने के स्वार्थ के वशीभूत बैठक को बिना बजट पर चर्चा के ही तानाशाही का परिचय देते हुए समाप्त क़र दिया व सांसद नरेन्द्र कुमार के तोहफ़े से शहरवासियो को वंचित रख दिया। कोंग्रेस बोर्ड को शहरवासियों के विकास से कोई लेना देना नहीं है, मोटा लाभ लेकर सरकारी भूमियों के पट्टे जारी कर अपने चहेतों को लाभ पहुँचाना व आवासीय अनुमतियों पर कोमर्सियल निर्माण करवाकर सरकारी राजस्व को चुना लगाना है। शर्मा ने इसे शहर के लिए नरकपरिषद बताते हुए जल्द ही नगरपरिषद बोर्ड के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलने की चेतावनी दी।