राजस्थान पब्लिक बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय झुन्झुनूं में
झुन्झुनूं , तीन दिवसीय वाकपीठ राजस्थान पब्लिक बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय झुन्झुनूं में 19 अगस्त से 21 अगस्त तक आयोजित की जा रही है। वाकपीठ के मुख्य अतिथि सु़देश अहलावत, सभापति, नगर परिषद्, झुन्झुनूं, अध्यक्षता प्यारेलाल ढूकिया, जिला परिषद् सदस्य, विशिष्ट अतिथि अमर सिंह पचार, जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्यालय, झुन्झुनूं, प्रमोद आबूसरिया, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारम्भिक शिक्षा, झुन्झुनूं, दयानन्द ढूकिया, नागरमल, लालचन्द ढूकिया, इन्दिरा ढूकिया, तरूणा लाम्बा, धर्मवीर झाझडि़या, प्रधानाचार्य थे। सरस्वती वन्दना के साथ अतिथियों का स्वागत किया गया। वाकपीठ में स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा विषय पर खेल विशेषज्ञों द्वारा वार्ता दी गयी। वार्ताकार सतवीर झाझडि़या, प्रदीप झाझडि़या, हवासिंह डैला, हेमचन्द्र ख्यालिया, रघुवीर महला, संजय आदि थे। कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता कोलम्बो (श्रीलंका) में गोल्ड व सिल्वर मैडल लेकर आये राजवीर सिंह भालोठिया, वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक, ककराना का शॉल व माला पहनाकर स्वागत किया गया। वाकपीठ में स्टेफिंग पैटर्न पर भी चर्चा करते हुए शारीरिक शिक्षकों ने दो माह से वेतन नहीं मिलने की जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की गयी। वाकपीठ में जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के केन्द्र आयोजन करने, वृक्षारोपण, विद्यालय में नामांकन बढ़ाना, खेल स्तर को सुधारना व स्वास्थ्य व शारीरिक शिक्षा विषय को अनिवार्य लागू करने की मांग भी की गयी। दयानन्द ढूकिया ने अतिथियों को स्वागत करते हुए प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालय में शारीरिक शिक्षक का पद सृजित करने की मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि इसे बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा एवं शिक्षा के साथ सह-शैक्षिक गतिविधियां भी सुचारू रूप से चल पायेगी। सुदेश अहलावत, सभापति ने बताया कि विद्यालय में शारीरिक शिक्षक विद्यालय रीढ़ की तरह होते हैं जो प्रत्येक उत्सव, बालसभा, भामाशाह, रैली, पौधारोपण, स्वच्छता एवं प्रार्थना स्थल को प्रभावी बनाते हैं। विद्यालय अनुशासन में उनका अहम स्थान रहता है। लालचन्द ढूकिया व हर्ष लाम्बा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मीना शेखावत, प्राचार्या, हरकोरी देवी बालिका (पी.जी.) महाविद्यालय, झुन्झुनूं एवं सतवीर झाझडि़या ने संयुक्त रूप से किया।