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वर्षा ऋतु में जनहानि व पशुहानि नहीं होनी चाहिए- यज्ञ मित्र सिंहदेव

मानसून की पूर्व तैयारियों को लेकर जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित

सीकर, आगामी मानसून माह में किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हो, इसकी पूर्व तैयारियों को लेकर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंहदेव की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्षा ऋतु में जनहानि एवं पशुहानि नहीं होनी चाहिए। संबंधित विभागों के अधिकारी जन धन के सुरक्षात्मक उपायों के लिए उचित प्रबंधन की कार्यवाही मानसून पूर्व कर बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर लेवें। जिला कलेक्टर ने नगर परिषद आयुक्त एवं सभी अधिशाषी अधिकारियों को मानसून से पूर्व सिंचाई विभाग के 6 बांधों की मरम्मत, सांकेतिक बोर्ड लगाने, मिट्टी के आरक्षित कट्टे तैयार करवाने, हरिपुरा बांध का निरीक्षण करने, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को कोट बांध, हर्ष पर्वत, बजाज रोड़ सालासर स्टैण्ड की सड़क के रपट्टों को चिन्हित कर मरम्मत करने, उपलब्ध 6 मडपम्प को जांच कर क्रियाशील होने की जांच करने के निर्देश दिये। उन्होंने शिक्षा विभाग को स्कूलों की छतों की साफ-सफाई जिन विद्यालयों में पानी भरता हो उन्हें चिन्हित करने, पशुपालन विभाग को पशुओं में संक्रमण नहीं फैले इसके लिए दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। नगर परिषद को शहर के नालों की साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिए तथा जल भराव की स्थिति में मडपम्प की व्यवस्था की जाए। निचले स्तर से प्रभावित व्यक्तियों को ऊंचें स्थानों में अस्थाई रूप से रहने के लिए वहां स्थित धर्मशाला, सार्वजनिक स्थल, विद्यालय आदि को चिन्हित करें। जीर्ण शीर्ण भवनों आदि की जांच कर पूर्व में ही सुरक्षात्मक कार्यवाही कर ली जाये। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त को निर्देशित किया कि वे अधिक बरसात की स्थिति में निचले पानी भराव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए पूर्व में ही पम्प सैट व जनरेटर्स की माकूल व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि आमजन को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में कोई मकान जर्जर अवस्था में है जिसके बरसात के दौरान गिरने से किसी प्राकर के नुकसान की संभावना है तो इसे पूर्व में चिन्हित कर लेवें। उन्होंने निर्देश दिये कि नवलगढ़ रोड़, राधाकिशनुपरा, सुधासागर, शिव कॉलोनी, कलेक्ट्रेट के बाहर नाले की साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि नानी बीड़ सहित तीन अन्य डैम जो क्षति ग्रस्त है उनको 10 दिन में मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें। जलदाय विभाग के अधीशाषी अभियंता चुन्नीलाल को विभाग में आपदा प्रबंधन के लिए उपलब्ध संसाधनों की सूची बनाकर जिला कलेक्टर कार्यालय में भिजवाने के निर्देश दिये। जिला कलेक्टर ने अधिशाषी अभियंता (मनरेगा) विनोद दाधीच से कहा है कि वे ग्राम पंचायतों में पानी निकासी के लिए रखे गए पंप सेट आदि को चैक करवा लें ताकि जरूरत पडऩे पर वे काम आ सके। जिला कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधीशाषी अभियन्ता महेश टीबड़ा को जिले में ढीले विद्युत तारों को सही करवाने, विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखने एवं आवश्यक विद्युत उपकरण पोल, कण्डक्टर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। डीपीएम प्रकाश गहलोत को आपदा से संबंधित एवं मौसमी बिमारियों की दवाईयों का पूर्ण स्टॉक रखने एवं उन्हें नियंत्रित करने के लिए चिकित्सा टीमों का गठन कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारीगण आपसी समन्वय के साथ काम करें और यह सुनिश्चित करें कि अतिवृष्टि की स्थिति उत्पन्न होने पर भी हम उसका आसानी से प्रबंधन कर सके। उन्होंने कहा कि शहरी एवं गा्रमीण क्षेत्रों में संभावित पानी भरने वाले स्थानों को चिन्हित कर बरसाती पानी की निकासी के पुख्ता इंतजाम करें। रसद विभाग के निरीक्षक को निर्देश दिये कि मानसून के पूर्व खाद्य सामग्री का कॉन्ट्रेक्ट टेन्डर पूर्व में कर लेवें। बैठक मेें अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश, एएसपी डॉ. देवेन्द्र शर्मा, सीडीईओ सुरेन्द्र गौड़, डीटीओं सुप्रिया विश्नोई,अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी, उपखण्ड अधिकारी सीकर सहित संबंधित विभागीय उपस्थित रहें।

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