”भारतीय ज्ञान परम्परा के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय” विषयक राष्ट्रीय विचार संगोष्ठी 24 को
सीकर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में 25 सितंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राज्यपाल हरिभाऊ बागडे पधार रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाधाय जी की 108वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपराह्न 3.05 बजे पंडितजी की प्रतिमा का अनावरण और ज्ञान उद्यान का लोकार्पण करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि उपराष्ट्रपति तीन बजे ‘एक पेड़,मां के नाम’ कार्यक्रम के तहत पौधारोपण करेंगे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अवतरण दिवस समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल हरिभाऊ बागडे करेंगे। विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा और एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द्र शर्मा होंगे।
कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने बताया कि इस अवसर पर दीप प्रज्वलन के साथ मां सरस्वती की वंदना की जाएगी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अवतरण दिवस समारोह को पौने चार बजे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राज्यपाल हरिभाऊ बागडे संबोधित करेंगे। विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा एवं डॉ. महेश चन्द्र शर्मा भी विचार व्यक्त करेंगे।
राष्ट्रीय विचार संगोष्ठी 24 को,
कुलपति प्रो (डॉ.) अनिल कुमार राय ने संवाददाताओं को बताया कि पंडित दीनदयाल उपाधाय की जयंती के उपलक्ष्य में 24 सितम्बर को प्रातः 10 बजे से राष्ट्रीय विचार संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। ‘भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय’ विषय संगोष्ठी को देशभर से आए विद्वतज्जन संबोधित करेंगे। संगोष्ठी में उदघाटन सत्र के अलावा तीन सत्र होंगे। कार्यक्रम में संतश्री जय साहेब ओमदासजी महाराज समारोह गौरव के रूप में शिरकत करेंगे। मुख्य अतिथि एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. महेश चन्द्र शर्मा और विशिष्ट अतिथि राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण, जयपुर के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत होंगे। अध्यक्षता पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति के जयपुर के अध्यक्ष प्रो. मोहन लाल छीपा करेंगे।
राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति के जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर शोध सार प्रस्तुति और वैदिक वाग्विद्या और पंडित जी पर केंद्रित प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। संगोष्ठी का उद्देश्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 108वीं जयंती के उपलक्ष्य में उनके विचारों, दर्शन को समकालीन सन्दर्भ में समझने और उनका सम्मान करने का महत्त्वपूर्ण प्रयास है।