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Video News – झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र से भाजपा इस बार लगा सकती है उपेक्षित पर दाव

नवलगढ़ और उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में जाट कैंडिडेट आ सकते है सामने

या फिर से अंतिम समय में नया चौंकाने वाला चेहरा आ सकता है सामने

नवलगढ़ और उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में जाट कैंडिडेट आ सकते है सामने

झुंझुनू, झुंझुनू जिले में एक समय तक ओला परिवार का एकछत्र राज रहा है लेकिन पदम श्री शीशराम ओला के स्वर्गवास के कारण अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से ओला परिवार को कांग्रेस पार्टी के अंदर तथा विपक्षी दल से भी उनके स्वजातीय बंधुओं द्वारा कड़ी चुनौती दी जा रही है। जिसके चलते अब ओला परिवार का प्रमुख दबदबा झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित हो चला है। वही भारतीय जनता पार्टी के लिए डॉक्टर मूल सिंह शेखावत को छोड़ दें तो यह सीट दूर की कौड़ी ही साबित हो रही है। आम जनता में भाजपा की अब तक की झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र के लिए जो टिकट देने की नीति रही है उसको लेकर भी जनता में खूब हंसगुल्ले उड़ाए जाते हैं। वह इसलिए क्योंकि क्षेत्र में जिनकी पहचान नहीं थी लगभग उनको रातो रात ही पैराशूट से उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र के लिए मैदान में खड़ा कर दिया था। खैर अब आगामी विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस बार यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो भाजपा झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र से अब तक जो उपेक्षित समझे जा रहे थे उस वर्ग के व्यक्ति या किसी व्यक्ति विशेष को टिकट देकर भी अपना विश्वास जता सकती है।

यूं तो भाजपा की झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र से कई दावेदार अपनी दावेदारी टिकट के लिए जता रहे हैं। लेकिन अभी तक पार्टी में उपेक्षित के रूप में देखे जा रहे बबलू चौधरी पर भी दांव लगाया जा सकता है। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी जातिगत रूप से झुंझुनू जिले में कुछ प्रयोग कर सकती है क्योंकि नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से सैनी समाज पर वह दाव लगा कर देख चुकी है लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हुआ। वही ऐसा ही आउटपुट उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से मिलने की बात अंदरूनी रूप से राजनीतिक सूत्रों से सामने आ रही है। जिसके चलते इस बार झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र से सैनी समाज के व्यक्ति को भी टिकट दी जा सकती है। क्योंकि हाल ही में झुंझुनू जिला मुख्यालय पर सैनी समाज के द्वारा जन चेतना महारैली का आयोजन किया गया था। जिसके अंदर भी ज्यादातर भाजपा के नेताओं ने ही शिरकत की थी। वही ओला परिवार के व कांग्रेस सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर के साथ और अन्य जातियों का जुड़ाव को देखकर भाजपा यह निर्णय ले सकती है। इसमें सबसे बड़ी बात भारतीय जनता पार्टी नवलगढ़ और उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से जाट उम्मीदवार को मैदान में उतार सकती है। वही उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो वर्तमान में कांग्रेस सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के परिवार का वहां पर बोलबाला समझा जाता है। वही राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि राजेंद्र गुढ़ा को भाजपा की तरफ से कोई टक्कर दे सकता है तो वह पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ही हैं।

क्योंकि पूरे 5 साल वह विधायक के खिलाफ उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र की जनता को लगातार लीड करते हुए भी आ रहे हैं। वही कांग्रेस और मंत्री गुढ़ा से खफा लोगों का भी यही मानना है कि पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ही मंत्री गुढ़ा के सामने दमदार कैंडिडेट साबित हो सकते हैं। वहीं भाजपा इस बार नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जाट कैंडिडेट को टिकट देकर वहां पर अपना एक परमानेंट वोट बैंक स्थापित करने का प्रयास करेगी। यदि सैनी समाज को झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र से टिकट दी जाती है तो भाजपा के लिए जातिगत रूप से उदयपुरवाटी और नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जाट कैंडिडेट को टिकट देने पर किसी भी प्रकार की आपत्ति सामने नहीं आएगी। वहीं भाजपा में उपेक्षित की बात करें तो बबलू चौधरी को एक तरीके से उपेक्षित के रूप में ही पार्टी के कुछ लोगों द्वारा देखा जाता है। इसके साथ ही जबसे पवन मावंडिया भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रमुख बने हैं उनकी कार्यकारिणी में मूल रूप से भाजपा के जो पुराने लोग थे उनकी अनदेखी की लगातार देखी गई है। वही बाहर से आए लोग ही भाजपा के सर्वेसर्वा बने हुए है। जिसके चलते पुराने जनसंघ के समय से भाजपा का झंडा थामने वाले लोग भी संगठन के कार्यकर्मो में दिखाई नहीं पड़ते हैं। जिसके चलते पार्टी किसी वरिष्ठ को भी अपना उम्मीदवार बना सकती है। इस दौड़ में पूर्व में भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर लोक सभा का चुनाव लड़ चुके बनवारी लाल सैनी जो उप जिला प्रमुख भी रह चुके हैं साथ ही जिला परिषद सदस्य के रूप में उन्हें लंबा अनुभव भी प्राप्त है।

सैनी समाज में भी उनकी एक अच्छी पकड़ और पहचान है। यदि उन पर भाजपा झुंझुनू से दाव लगाती है तो अन्य स्थानों पर सैनी समाज के वोट भी भाजपा को मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि झुंझुनू जिले में ज्यादातर परंपरागत रूप से सैनी समाज को भाजपा का ही वोटर माना जाता है। लिहाजा कहा जा सकता है कि इस बार भाजपा उपेक्षित पर अपना दांव लगाने का पूरा मन बना चुकी है। यदि अंतिम समय में कुछ हेरफेर होता है तो फिर से आपको भारतीय जनता पार्टी के लिए एक नया चेहरा झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र से देखने को मिलेगा।

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