प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झुंझुनू में हुई जनसभा के बाद चला जन चर्चाओं का दौर
झुंझुनू, कल झुंझुनू जिला मुख्यालय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया था जिसमें पुलिस प्रशासन एवं मीडिया के द्वारा जो भीड़ का आकलन किया गया उसे आंकड़े 20 हजार से लेकर 25000 तक निकलकर सामने आए हैं। यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष आकर्षण लोगों में देखा जाता है लेकिन जितनी अपेक्षा की जा रही थी उतनी भीड़ कल की जनसभा में नहीं पहुंची। जिसके चलते जनसभा के बाद से अब तक लगातार जन चर्चाओं का बाजार गर्म है और अपने-अपने हिसाब से लोग इसको आकलन करने के साथ विश्लेषण करने में लगे हुए हैं। राजनीतिक विश्लेषक कम भीड़ को भाजपा के उम्मीदवारों के लिए खतरे की घंटी मान रहे हैं। वहीं लोगों में भी यह चर्चा करते हुए देखा गया कि लोकसभा चुनाव में तो नरेंद्र मोदी को लोग पसंद करते हैं लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव में इतने वोट मोदी बीजेपी को नहीं दिलवा पाएंगे। इसके चलते यह मत भी सामने आ रहा हैं कि जितनी भीड़ जुटी है इसमें भी बहुत से लोग तो सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी को सुनने के लिए आए थे। वही भाजपा समर्थको द्वारा यह तर्क दिया जा रहा है कि कल वर्ल्ड कप का फाइनल मैच होने के चलते भी युवाओं की कम भीड़ जुटी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कल झुंझुनू जिले की सातों विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार तो थे ही इसके अलावा सीकर जिले की फतेहपुर सीट जो कि लोकसभा क्षेत्र झुंझुनू में पड़ती है उसके प्रत्याशी श्रवण चौधरी भी मंच पर थे। जिसके चलते जो भीड़ जुटी है यह सातों विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ फतेहपुर और आसपास के जो दूसरे जिले नजदीकी पड़ते हैं उनसे आना भी बताया गया है।
इतने बड़े क्षेत्र से लोग आने के बावजूद भी बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री मोदी की रैली में अपेक्षित भीड़ नहीं जुटाना निश्चित रूप से भाजपा के लिए शुभ संकेत नहीं है। वही पिलानी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के कद्दावर नेता रहे सुंदरलाल के बेटे कैलाश मेघवाल भाजपा से बगावत करके चुनाव में ताल ठोक रहे हैं और यहां पर उनकी स्थिति मजबूत बताई जा रही है। वहीं झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र में गत विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे राजेंद्र भाम्बू भी बगावत करके निर्दलीय के रूप में मैदान में हैं और पिछले 5 साल लगातार यह झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे थे। इन दोनों ही विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय भी भाजपा के समीकरण बिगाड़ते हुए नजर आ रहे हैं।