फौजी ने लगाई मुख्य सचिव से गुहार, झुंझुनू जिला कलेक्टर को कार्रवाई के लिए लैटर जारी
नवलगढ़ क्षेत्र के मैनास गांव निवासी बीएसएफ के जवान रामनाथ कुमावत ने कल सचिवालय जयपुर जाकर मुख्य सचिव को अपनी समस्याओ से अवगत करवाया
पिछले 5-6 दिनों से कलेक्ट्रेट के बाहर अपनी मांगों को लेकर लगा रहे है गुहार
झुंझुनू, पिछले 5-6 दिनों से जिला कलेक्ट्रेट के बाहर अपनी मांगों को लेकर गुहार लगा रहे जिले के नवलगढ़ क्षेत्र के मैनास गांव निवासी बीएसएफ के जवान रामनाथ कुमावत ने कल सचिवालय जयपुर जाकर मुख्य सचिव को अपनी समस्याओ से अवगत करवाया। इसके उपरांत मुख्य सचिव के निर्देश पर झुंझुनू जिला कलेक्टर को एक पत्र उनके साथ ही भेजा गया जिसको आज उन्होंने झुंझुनू जिला कलेक्टर के आवास पर जाकर सुपुर्द किया। बीएसएफ के हवलदार रामनाथ कुमावत ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं पिछले 6 दिन से अपनी तीन समस्याओं को लेकर झुंझुनू जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठा हूं इसमें से मेरा एक काम पट्टा बनाने का तो कर दिया गया है। लेकिन शेष दो समस्याएं जिनमें अतिक्रमण एवं आर्थिक दंड लगाने के मामले में कार्रवाई नहीं हुई है। जिसके चलते मैंने मुख्य सचिव के यहां गुहार लगाई जिस पर उन्होंने एक लेटर जारी किया है जो मैंने आज जिला कलेक्टर के यहां जाकर दिया है। उन्होंने बताया कि पत्र में लिखा गया है कि 20 दिन में उनकी समस्याओं के बारे में कार्रवाई करके मुख्य सचिव को अवगत करवाया जाए। बीएसएफ के जवान ने बताया कि 15 दिन की छुट्टी लेकर में आया हूं जिसमें 1 सप्ताह मेरा गुजर चुका है। हमें 6 महीने में 15 दिन की छुट्टी मिलती है ढाई साल से मैं पट्टे के लिए घूम रहा हूं वही 5-6 साल से अतिक्रमण के मामले में कार्रवाई करवाने के लिए भटक रहा हूं। अतिक्रमण के मामले में ग्राम पंचायत और विकास अधिकारी ने भी नोटिस दे दिए हैं लेकिन फिर भी कार्यवाही नहीं हुई है। मुख्य सचिव को मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में उन्होंने इन समस्याओं के लिए राजनीतिक दखलंदाजी की तरफ भी इशारा किया है। वही बीएसएफ के जवान की मांग है कि अतिक्रमण के मामले में कार्रवाई की जाए और उन पर गांव में लगाए गए आर्थिक दंड के कलंक को भी हटाया जाए।