युवतियों एवं महिलाओ ने हर्षोल्लास से पूजी गणगौर
सोलह दिनों ईशर गणगौर की पूजा अर्चना कर मनाया त्योहार
सीकर (विजेंद्र सिंह दायमा)
गौर ए गणगौर माता खोल ए किवाड़ी बाहर ऊबी थारी पूजण वाली।
पूजो ए पूजो बाईयां , काई काई मांगों म्हे मांगा अन्न धन , लाछर लक्ष्मी।
जलहर जामी बाबुल मांगा, राता देई मायड़ कान कंवर सो बीरो मांगा , राई सी भौजाई।
विवाहित और अविवाहित युवतियों ने ईसर गणगौर की पूजा अर्चना बड़े ही धूमधाम से की। गणगौर के दिन युवतियां व महिलाओं ने डीजे व बैंड बाजों के साथ कुआ बावड़ीयो से पानी हरी दूब ला कर पूजा अर्चना की। निकिता नागोरा दांता व पूजा शर्मा ने बताया कि हमारी इसी साल शादी हुई है और हम सखी सहेलियों भाभियों के साथ अपने पियर में सोलह दिनो तक बड़े ही धूमधाम, हर्षोल्लास व मौज मस्ती के साथ गणगौर ऐ गणगौर माता खोल ए किवाड़ी काचा काचा गोवलिया कुण काट सी जी राज,ऊंचो छिवरो चोको उठो सहीत गीतो के साथ पुजा अर्चना करअपने पियर ससुराल मे सुख समृद्धि के साथ ही अमर सुहाग की कामना की है। कस्बे के आस पास के दांता,हीरवास व मगनपुरा सहित कई गांवों की महिलाओं ने गणगौर पूजा व उद्यापन भी किया।