Video News – ये कैसे तबादले सिर्फ सरकार बदली, न बदले वजीर न बदली तस्वीर
क्या दाग अब अच्छे हो गए ?
जयपुर/झुंझुनू, प्रदेश में किसी भी पार्टी की सत्ता बदलने पर तबादलों का दौर शुरू होता है जो एक सामान्य प्रक्रिया भी है लेकिन इस बार तबादलों का ऐसा तबला बजा की वह मंद पड़ने का नाम ही नहीं ले रहा। ताबड़तोड़ तबादले हुए यह तो कोई बड़ी बात नहीं लेकिन कभी इधर कभी उधर अधिकारियों को किया गया। यह भी इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं इससे भी बढ़कर इन तबादलों से जो बात निकलकर सामने आई है वह चौंकाने वाली है। कांग्रेस सरकार के शासन में भाजपाइयों ने ही जिन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगाते हुए हो हल्ला बोला था और कांग्रेस शासन को कुशासन तक करार दे दिया था। भाजपा की सरकार आने पर जाँच और कार्रवाई तक करने की बाते कही गई थी। अब भाजपा के सरकार में आने के बाद उन्हीं स्थानों पर उन्ही पदों पर फिर से इन अधिकारियों की ताजपोशी कर दी गई है। इसको लेकर चर्चाओं के बाजार गर्म है। वहीं अलग-अलग मत भी इसको लेकर निकलकर सामने आ रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर लोग चुटकियां लेकर कमेंट कर रहे हैं और तंज भी कस रहे है कि क्या दाग अब अच्छे हो गए। वहीं सवाल उठता है कि जिन स्थानों पर ऐसा हुआ है क्या वहां के मूल भाजपा कार्यकर्ताओं की ही नहीं चली या फिर इन तबादलों के पीछे उनकी भी मौन स्वीकृति है जिसके चलते एक बार फिर से उन्ही स्थानों पर और उन्ही पदों पर फिर से उन अधिकारियों को पदासीन कर दिया गया। हालांकि आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हम इन अधिकारियों पर किसी भी प्रकार से भ्रष्टाचार को लेकर सवालिया निशान खड़ा नहीं कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार में भाजपाइयों ने ही खुलकर इनके खिलाफ बड़े-बड़े भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए काफी हो हल्ला और धरना प्रदर्शन तक कर डाले थे। इस मामले में भाजपाइयों ने किसी को तो भ्रष्टाचार की प्रतिमूर्ति और किसी को भ्रष्टाचार की देवी तक का तमगा भी दे दिया था लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ या ऐसी क्या मजबूरी हुई कि प्रशासन की तस्वीर कांग्रेस सरकार के समय जो थी फिर से उभर कर वही सामने आ गई। आखिर यह कैसी है भाजपा की मजबूरी। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू