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Video News – थैंक्स झुंझुनू जिला प्रशासन : छात्र हिमांशु की बेरहमी से पिटाई के मामले में लिया संज्ञान

जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग झुन्झुनू की टीम पहुंची स्कूल

शेखावाटी लाइव ने कल प्रमुखता से उठाया मामला

झुंझुनू, झुंझुनू शहर की गउशाला रोड़ स्थित निजी विद्यालय झुन्झुनू अकेडमी के कक्षा 11 वी के छात्र हिमांशु सैनी के साथ कक्षा अध्यापक द्वारा की गई पिटाई की जाँच हेतु जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग, झुन्झुनू के सहायक निदेशक डॉ पवन पूनियां एवं बाल कल्याण समिति सदस्य मोहम्मद अख्तर द्वारा आज निरीक्षण किया गया। जिसमें विद्यालय में कहीं पर चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर (1098) अंकित नहीं पाए गये तथा विद्यालय में चाईल्ड राईट क्लब व प्रहरी क्लब का गठन भी नहीं होना पाया गया। साथ ही साथ विद्यालय के प्रचार-प्रसार हेतु हॉर्डिंग व बैनर तो लगे हुए थे परन्तु बाल अधिकारों की जानकारी हेतु हॉर्डिंग व बैनर का अंकन नहीं किया हुआ था। नो बैग डे के दिन भी बच्चों को पढ़ाई करवाई जाती है व इस दिन बच्चों को प्रार्थना सभा में बाल अधिकारों की जानकारी भी नहीं दी जा रही है। इस विद्यालय में चाईल्ड कॉर्पोरेशन पनिस्मेंट कमेटी नहीं बनी हुई थी जिससे पीड़ित बालक अपनी शिकायत कमेटी के समक्ष कर सके। निदेशक शिक्षा विभाग के आदेशानुसार 05.01.2023 तक विद्यालयों में अवकाश घोषित किया हुआ है। इसके उपरान्त भी विद्यालय चल रहा है व बच्चों को बुलाया जा रहा है। जिला कलक्टर द्वारा बाल अधिकारिता विभाग की त्रैमासिक बैठक में शिक्षा विभाग को विद्यालयों में चाईल्ड राईट क्लब, प्रहरी क्लब के गठन व चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर (1098) अंकित करने के निर्देश देने के बावजूद विद्यालयों में उक्त आदेशों की पालना नहीं की जा रही है जो एक गंभीर विषय है। जाँच रिपोर्ट राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग जयपुर एवं निदेशालय बाल अधिकारिता विभाग, जयपुर को भिजवाई जायेगी।
वही विभाग द्वारा जारी प्रेस नोट के माध्यम से यह निर्देशित किया है कि सभी राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों से अनुरोध है कि आपके विद्यालय में चाईल्ड राईट क्लब व प्रहरी क्लब का गठन, चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर (1098) अंकित करवाना व विद्यालयों में बाल अधिकारों की जानकारी अंकित करवाते हुए प्रार्थना सभा में नो बैग डे वाले दिन जानकारी देना आदि सुनिश्चित किया जावे ताकि बाल अधिकारों की जानकारी हर बच्चे व अभिभावक तक पहुंच सके।

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