कार्य ग्रहण करते समय मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए दिए संकेत
झुंझुनू, हाल ही में कार्मिक विभाग द्वारा 52 आईएएस अफसरों के तबादले किए गए थे इसमें अहम बात यह भी है कि लगभग 22 – 23 जिलों के कलेक्टर भी बदले गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में जिला कलेक्टरों की अदला-बदली अपने आप में बहुत बड़ा संकेत देती है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर अधिकारियों को लेकर विपक्ष और मीडिया में भी लगातार सवाल उठते रहे हैं। ऐसी स्थिति में प्रदेश की गहलोत सरकार अपने शेष कार्यकाल को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही बरतने के मूड में नहीं है। जिसके चलते इतनी बड़ी संख्या में जिला कलेक्टरों के तबादले किए गए हैं। वही बात झुंझुनू जिले की करें तो नवागत जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने अपने कार्यभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जो संकेत दिए हैं। उससे साफ है कि वह गरीब को गणेश मानकर सेवा करने में विश्वास करते हैं। जिला कलेक्टर के रूप में उनकी यह पहली पोस्टिंग है और उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बताया कि सरकार की योजनाओं का लाभ वास्तविक रूप से धरातल पर जो जरूरतमंद लोग हैं उन तक पहुंचे और उसमें भी यह बड़ी बात है कि समय पर उन तक यह योजनाएं पहुंचे। इसके लिए उनका कहना था कि जरूरतमंद व्यक्ति तक समय पर योजनाएं पहुंचाने में किसी प्रकार की बाधा आती है तो वह अधिकारियों के साथ मीटिंग लेकर फीडबैक लेंगे इसके साथ ही फील्ड में भी दौरा करके जानकारी लेंगे ताकि सरकार की योजनाएं जरूरतमंद व्यक्ति तक सुगमता से पहुंच सके। उनके कार्य ग्रहण के अवसर पर अधिकारियों ने गुलदस्ते भेंट कर उनका स्वागत किया। वहीं झुंझुनू के नवागत जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी के लिए सबसे सुखद स्वागत उनकी बेटी और दामाद द्वारा किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उनकी पुत्री डॉक्टर विदिशा चौधरी झुंझुनू के बीड़ी के अस्पताल में चिकित्सक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। वहीं उनके दामाद डॉक्टर संदीप रोहिल्ला भी सीएमएचओ ऑफिस में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। संभवत यह पहला सुखद अनुभव किसी जिला कलेक्टर के लिए रहा होगा जब सर्वप्रथम पैर छूकर जिला कलेक्टर की केबिन में उनकी पुत्री ने उनका स्वागत किया होगा।