प्रभारी भी पड़ सकता है भारी यदि हो ईमानदार और कर्मठ, बानगी के लिए झुंझुनू जिले के प्रभारी सचिव शर्मा
झुंझुनू, झुंझुनू जिले के प्रभारी सचिव डॉ समित शर्मा के दौरे का और उनकी सख्ती का असर चिकित्सा विभाग में दिखने लगा है। अभी तक आम जनता को पूरी तरह से यह जानकारी नहीं थी कि जो सरकारी चिकित्सक एनपीए यानी नॉन प्रैक्टिस अलाउंस ले रहे है उनको आप घर पर भी परामर्श के लिए जाते है तो फीस देने की आवश्यकता नहीं है। बता दें कि यह ऐसी व्यवस्था है कि जो सरकारी चिकित्सक एनपीए का लाभ सरकार द्वारा ले रहे है। यानि अपनी सैलरी के साथ 20% भत्ता एनपीए के रूप में उठा रहे है वह डॉक्टर अस्पताल की ओपीडी के बाद यदि अपने घर पर भी मरीज को देखता है तो वह उनसे फीस नहीं ले सकता क्योंकि उनकी फीस भत्ते के रूप में सरकार पहले ही उन्हें दे रही है। इसी को लेकर झुंझुनू के खेतान अस्पताल में एनपीए का लाभ उठा रहे चिकित्सकों की लिस्ट लगा दी गई है। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी झुंझुनू डॉ राजकुमार डांगी ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी दो रोज पूर्व बीडीके अस्पताल में 73 चिकित्सक जो कार्यरत थे जिनमें से 39 चिकित्सक एनपीए का लाभ उठा रहे थे। अब इनमें से दो चिकित्सकों ने एनपीए लेने से मना कर दिया है। इस प्रकार से इनकी संख्या अब 37 हो गई है। बीडीके अस्पताल में लगी हुई इस लिस्ट का आप अवलोकन कर सकते हैं और इन चिकित्सकों से आप घर पर सलाह लेते हैं तो यह आपसे फीस नहीं ले सकते यदि वह ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर राजकुमार डांगी एवं पीएमओ डॉ संदीप पचार ने अस्पताल के चिकित्सा की मीटिंग बुलाकर पहले ही निर्देशित कर दिया है। सीएमएचओ डॉ राजकुमार डांगी ने जानकारी देते हुए बताया कि चाहे एनपीए उठाने वाले चिकित्सक हो यहां फिर अन्य सरकारी चिकित्सक उनको यह भी निर्देश दिया गया है कि वह आने वाले मरीजों को सलाह देकर प्रेरित करे कि हमारे जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचएसी में जो जांचे उपलब्ध हैं वहीं से जांच करवाए। सीएमएचओ डॉक्टर राजकुमार डांगी ने जानकर देते हुए बताया कि अगले दो दिन में पूरे जिले का आंकड़ा भी सामने आ जाएगा जिसमें कितने ऐसे चिकित्सक हैं जो एनपीए का लाभ उठा रहे हैं। सभी सरकारी अस्पतालों को आदेश दे दिए गए हैं कि जो चिकित्सक एनपीए का लाभ उठा रहे हैं उनका नाम और मोबाइल नंबर अस्पताल में प्रदर्शित करें। हालांकि आपको बता दे की बीडीके अस्पताल में एनपीए का लाभ उठा रहे डॉक्टर की लिस्ट तो लगा दी गई है लेकिन उनके सामने उनके मोबाइल नंबर अंकित नहीं किए गए हैं। वही आपको बता दें कि जो सरकारी चिकित्सक प्राइवेट अस्पतालों में जाकर सेवा दे रहे हैं उनको लेकर भी प्रभारी सचिव ने निर्देश जारी किए थे। इस पर डॉक्टर डांगी ने बताया कि अगले ही दिन चिकित्सकों की मीटिंग ले ली गई है और उनको सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि इस प्रकार से यदि पाया गया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू