पहली बार पैतृक गांव किठाना पहुंचने पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का हुआ भव्य स्वागत
मंदिर में पूजा अर्चना के उपरांत रखी स्कूल के नए भवन की आधारशिला
झुंझुनू, भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और इसके लोकतंत्र की खूबसूरती की मिसाल आज झुंझुनू जिले में देखने को मिली। साधारण किसान परिवार में जन्मा व्यक्ति कैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के दूसरे सर्वोच्च पद पर पहुंचता है, यही एक सफल लोकतंत्र की पहचान है। जी हां, हम बात कर रहे हैं झुंझुनू जिले के किठाना गांव के लाल जगदीप धनखड़ की जो हाल ही में हुए उप राष्ट्रपति पद के चुनाव में विजयी होने पर इस पद को सुशोभित कर रहे हैं। उपराष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार उनका अपने गांव में आना हुआ। जिस सरकारी स्कूल में 66 साल पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी। आज उसी स्कूल के नए भवन का शिलान्यास करने का गौरव भी उन्हें हासिल हुआ। सोचिए कैसा रहा होगा उस छात्र के लिए वह पल जो आज सत्ता के शिखर पर है और जहां से उसने कलम पकड़नी सीखी थी। इस सुखद अनुभूति से ही मन गदगद हो जाता है। आज उसी विद्यालय की नए भवन के नीव की ईट उनके द्वारा रखी गई। इस अवसर पर ग्रामीणों में विशेष रूप से उनके सहपाठी जो अब बुजुर्ग हो चुके हैं उनके मुंह से उनके बचपन की किस्से सुनने को मिले। वही अपने पैतृक गांव पहुंचकर उप राष्ट्रपति भी अभिभूत नजर आए। जिस विद्यालय के नए भवन की आधारशिला आज उन्होंने रखी है इसके लिए ग्रामीणों ने लगभग 35 लाख रु एकत्रित किए हैं और इनमें से राज्यपाल के पद पर रहते हुए उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ का भी 1100000 रुपए का योगदान है। पूरे किठाना गांव में आज उत्सव का सा माहौल था। हर कोई कल रात से ही अपनी गांव की माटी गौरान्वित करने वाले इस लाल का इंतजार कर रहा था। आज सुबह हेलीकॉप्टर के द्वारा वह अपने पैतृक गांव पहुंचे और मंदिर में जाकर उन्होंने सपत्नीक पूजा अर्चना की। महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय की आधारशिला रखने के उपरांत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिले के विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिले की प्रभारी मंत्री ममता भूपेश भी पहुंची। वहीं झुंझुनू सांसद नरेंद्र कुमार, जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरी, भाजपा नेता बबलू चौधरी सहित बड़ी संख्या में राजनेता एवं अधिकारियों ने शिरकत की।