कौन जीतेगा चूरू का चुनाव : हरलाल सहारण या रफीक मंडेलिया
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] नामांकन वापसी के बाद चूरू विधानसभा चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है। यहां भाजपा के हरलाल सहारण और कांग्रेस के रफीक मंडेलिया में कड़ी टक्कर है। दोनों अपने-अपने वोट बैंक को साधने में दिन रात लगे हुए है। इनके अलावा पहली बार आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी संजय खान भी मैदान में है। मगर आप का चूरू विधानसभा में कोई विशेष प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार के अलावा यहां आठ निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में डटे हुए है।
भाजपा के उम्मीदवार हरलाल सहारण ने 1995 में पंचायत समिति के चुनाव लड़े। वह वर्ष 1998 से 2005 तक मंडल अध्यक्ष रहे। वर्ष 2005 से 2009 तक पंचायत समिति प्रधान रहे। वर्ष 2009 से 2013 तक प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रहे। वर्ष 2014 से 2019 तक जिला प्रमुख रहे। चूरू की राजनीति में वर्ष 1995 से सक्रिय है। सहारण ने वर्ष 2008 में चूरू विधानसभा से चुनाव लड़ा था। जो कांग्रेस के हाजी मकबूल मंडेलिया से 8 हजार 111 वोटों से पराजय हुए थे। दूसरी ओर कांग्रेस उम्मीदवार रफीक मंडेलिया (60) ने वर्ष 2009 में लोकसभा चुनाव, 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ा, वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। जिनमें इनको लगातार हार का मुंह देखना पड़ा था। फिलहाल मंडेलिया प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष है। 2018 विधानसभा चुनाव में रफीक मंडेलिया को 85 हजार 383 वोट मिले थे। जबकि भाजपा के राजेन्द्र राठौड़ को 87 हजार 233 वोट मिले। उस चुनाव में रफीक मंडेलिया को 1850 वोटों से हार मिली थी।
चूरू विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों की स्थति इस प्रकार है – हरलाल सहारण- भाजपा, 2. रफीक मंडेलिया- कांग्रेस, 3. रामचंद्र प्रजापत अभिनव राजस्थान पार्टी, 4. सम्पत सिंह- जननायक जनता पार्टी, 5. दिनेश कुमार- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, 6. आशाराम- बहुजन समाज पार्टी, 7. संजय खान आम आदमी पार्टी, 8. रामसिंह- निर्दलीय, 9. आत्माराम- निर्दलीय, 10. मो. हुसैन – नेशनल जनमंडल पार्टी। वही निर्वाचन विभाग के अनुसार अंतिम प्रकाशन सूची के बाद अब चूरू विधानसभा में 2 लाख 55 हजार 480 मतदाता है। जिनमें एक लाख 31 हजार 931 पुरूष मतदाता है। वहीं एक लाख 23 हजार 548 महिला मतदाता है। एक थर्ड जेंडर मतदाता भी चूरू विधानसभा में है। शेखावाटी लाइव के लिए चूरू से सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट