अब महिलाओं की होगी खास जिम्मेदारी
सीकर, जल जीवन मिशन के तहत पंचायत समिति खंडेला में आयोजित प्रशिक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी राकेश कुमार ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पानी की किल्लत से अनेक ग्रामीण इलाकों में लोगों, खासकर माताओं और बहू बेटियों का जीवन दूभर था इसी अभाव को दूर करने तथा जल संकट के स्थाई समाधान के लिए जल जीवन मिशन के रूप में संकल्प लिया गया। जिससे अब गांव के हर घर मे नल से जल पहुंचेगा जिससे ग्रामीण महिलाओं और बहू बेटियों को दूर दूर से पानी लाने की मजबूरी से मुक्ति मिल जाएगी और उस बचे हुए समय का सदुपयोग अपनी पढ़ाई लिखाई या अपने विकास से जुड़े अन्य सामाजिक र्आथिक कार्यों के लिए कर सकेंगे।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता चुन्नीलाल ने कहा कि नल से सप्लाई किए जाने वाले पीने के पानी की शुद्धता को पक्का करने के लिए जल जीवन मिशन ग्राम वासियों को पूरा अवसर देता है कि वे अपने गांव में पानी की शुद्धता पर खुद नजर रख सकें इसके लिए प्रत्येक गांव में 5 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि वह गांव के पीने के पानी की शुद्धता की जांच फील्ड टेस्ट किट की मदद से कर सकें। ग्राम स्तर पर ऎसी जांच साल में कम से कम एक बार रसायनों की मौजूदगी का पता लगाने और साल में दो बार किटाणुओ का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी इसमें जांच में कम से कम 9 बुनियादी तत्वों का पता लगाया जाता है और किसी भी खराबी का पता चलने पर सरकारी स्तर पर उचित कदम उठाकर गांव की सप्लाई को ठीक करने के तत्काल उपाय किए जाते हैं। इससे जल जीवन मिशन यह पक्का करता है कि गांव वालों को जो पानी सप्लाई किया जा रहा है वह हर तरह से शुद्ध और पीने लायक हो। शुक्रवार को सीकर जिले की समिति खंडेला की 6 ग्राम पंचायतों (चौमु पुरोहितान, सरगोठ,मालाकाली, पनिहारवास, पीपलोदा का बास, बरसिंहपूरा) के ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों को जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग सीकर की ओर से फील्ड टेस्ट किट का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों के द्वारा लाए गए पानी के सेम्पल की जांच कर परिणाम जल जीवन मिशन के र्पोटल पर दर्ज किया गया। प्रशिक्षण के दौरान कैलाश चंद मीणा कनिष्ठ रसायनज्ञ जिला प्रयोगशाला ने प्रतिभागियों को एफटीके किट से गुणवत्ता जांच की विधि बताई। जिला आई.ई.सी सलाहकार दीपेंद्र सिंह शेखावत ने जल चेतना, डॉ संजय खीचड़ एच आर डी सलाहकार ने जल जीवन मिशन पर प्रकाश डाला। सहायक अभियंता गिरिराज सिंह ने प्रतिभागियों को जेजेएम र्पोटल पर रजिस्ट्रेशन और जल नमूनों के जांच परिणामों को इंद्राज करना बताया गया । प्रशिक्षण में कनिष्ठ अभियंता मोनिका कुमावत , एएनएम, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता , शिक्षकों आदि ने भाग लिया।