वीमेट बना अंजू की सफलता की सीढ़ी
1.5 लाख रु. प्रतिमाह कमाती हैं
जयपुर, जहाँ चाह, वहाँ राह; यह मुहावरा हमने अपनी जिंदगी में अनेक बार सुना है। यह मुहावरा 19 वर्षीय अंजू की जिंदगी के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। वह एक आम पृष्ठभूमि से आई छोटे से गांव की लड़की है। औपचारिक शिक्षा के अभाव के बावजूद अंजू सिंह उर्फ मिनी कुमारी की यात्रा उल्लेखनीय रही है। उनका पालन पोषण बिहार के कटिहार में हुआ। वो एक सबसे सहज ट्रेंडिंग शार्ट वीडियो मेकिंग प्लेटफार्म, वीमेट से अपनी आजीविका अर्जित करती हैं। छोटी उम्र के बावजूद, अंजू ने रोज लाखों ऑनलाईन यूज़र्स के सामने अपनी प्रतिभा के साथ लाखों फौलोअर्स बना लिए हैं। वह वीमेट पर वीडियो बनाकर लगभग 1.5 लाख रु. प्रतिमाह कमाती हैं। इस समय उनके पास 7 लाख फैन्स हैं। नई चीजें सीखने का शौक अंजू को बचपन से था। जल्द उसे अहसास हुआ कि बॉलीवुड व भोजपुरी गानों पर परफॉर्म करना और दुनिया को अपनी एक्टिंग की प्रतिभा दिखाने का गुण उसमें प्राकृतिक रूप से है। इस गुण ने अंजू को अपनी विपरीत परिस्थितियों एवं सीमित संसाधनों के बावजूद जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। बाद में अंजू ने प्रेम विवाह किया, जिसे परिवार ने कभी स्वीकार नहीं किया, लेकिन उसके पति ने हर कदम पर उसका साथ दिया। यह युगल अपने सपनों को पूरा करने तथा कुछ बड़ा हासिल करने के लिए मुंबई आ गया। लेकिन उनकी योजना उनकी उम्मीदों के अनुरूप सफल नहीं हुई और दोनों को वित्तीय समस्याओं के चलते वापस भागलपुर आना पड़ा। उनके वापस आने के बाद अंजू के पति के एक रिश्तेदार ने उसे वीमेट के बारे में बताया और यहीं से उनकी जिंदगी में एक मोड़ आ गया। वीमेट की मदद से वह न केवल अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अपना सपना पूरा कर रही है, बल्कि यह उसकी आय का मुख्य स्रोत भी बन गया है। वीडियो बनाने की औपचारिक शिक्षा न मिलने के बावजूद अंजू को अपने वीडियो बनाकर उन्हें एडिट करने तथा अपलोड करने के लिए वीमेट बहुत ही आसान प्लेटफॉर्म लगा। उसने वीमेट प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध सबसे लोकप्रिय एवं लेटेस्ट गानों पर रोचक वीडियो बनाए। जल्द ही अंजू के वीडियो की ओर यूपी एवं बिहार के दर्शकों का ध्यान जाने लगा। उनकी प्रसिद्धि बढ़ती गई और वो जल्द ही इस प्लेटफॉर्म पर एक सेंसेशन बन गईं। वीमेट प्लेटफॉर्म पर वीडियो अपलोड करने के अंजू के निरंतर प्रयास ने उन्हें सोशल मीडिया की सेलिब्रिटी बना दिया। अंजू के अनुसार वीमेट उन्हें अच्छी आय अर्जित करने में मदद कर रहा है। वो लगभग 1.5 लाख रु. प्रतिमाह कमा रही हैं, जो मुंबई में इस युगल की कमाई का लगभग 10 गुना है। इतना अच्छा रिटर्न उन्हें किसी अन्य माध्यम से नहीं मिल सकता था। उनके काफी ज्यादा फैंस हो गए और वो शहर में चर्चा का विषय बन गईं। लोगों में उनकी लोकप्रियता का रहस्य जानने की उत्सुकता बढ़ती गई। एक घटना के बारे में बताते हुए अंजू ने बताया कि एक बार वो ट्रैफिक में फंस गए थे, जब उन्हें लोगों की भीड़ ने घेर लिया। उन्हें भीड़ से बचने के लिए पुलिस बुलानी पड़ी। अब अंजू और उनके पति यात्रा करते वक्त लोगों के ध्यान में आने से बचने के लिए हैल्मेट पहनकर चलते हैं।अपनी सफलता का श्रेय वीमेट को देते हुए अंजू ने बताया कि यह प्लेटफॉर्म लोगों को आसानी से इस्तेमाल होने वाले वीआरं स्टिकर्स द्वारा अत्यधिक प्रोफेशनल वीडियो बनाने में समर्थ बनाता है। वीमेट पे अंजू को उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने का न ही सिर्फ मौका मिली बल्कि उनकी प्रतिभा को पहचान भी मिली। वीमेट से अंजू को अनेक फायदे मिल रहे हैं। बढ़ती लोकप्रियता के बाद अंजू को वीमेट की वजह से क्षेत्रीय फिल्मों में अभिनय करने के ऑफर भी मिले। हालांकि अभी यह युगल फिल्म उद्योग में अपना भाग्य आजमाने के बारे में विचार कर रहा है। अंजू और उसके पति वीमेट से जुड़े रहना चाहते हैं क्योंकि अंजू को अपना यह काम बहुत पसंद है। भविष्य में अंजू अपने फौलोअर्स के लिए ज्यादा रोचक और मनोरंजक वीडियो बनाना चाहती हैं। गरीबी से अमीरी तक का उनका यह सफर काफी प्रेरक है। अंजू की कहानी से प्रभावित होकर ज्यादा से ज्यादा लोग वीमेट पर अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं।