शरद सागर भारत के छोटे से गांव के रहने वाले हैं
खेतङी [जयंत खाखरा ] स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो में दिए गए व्याख्यान की 125 वीं वर्षगांठ पर रामकृष्ण मिशन खेतड़ी अजीत विवेक संग्रहालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में वाइट हाउस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने व्याख्यान के जरिए प्रसिद्ध हुए सरद सागर द्वारा संबोधन किया जाएगा। शरद सागर बिहार के मूल निवासी है तथा रामकृष्ण मिशन से दीक्षांत है। तथा से मिशन से जुड़े हुए है सागर एक भारतीय आइडियल विश्व प्रसिद्ध 21वीं शताब्दी के लीडर है जिनके शिक्षा एवं सामाजिक सेवा में किए गए काम एक युवा पीढ़ी को प्रेरणा देते हैं। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सागर को अमेरिका के वाइट हाउस में आमंत्रित किया था तथा राकफेलर फाउंडेशन ने उन्हें अगली सदी के 100 इनोवेटिव युवा में सम्मिलित किया है ।नोबल पीस सेंटर में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया है और इंग्लैंड की महारानी ने उन्हें किवींस यंग लीडर्स की उपाधि दी है। सरत सागर ने रामकृष्ण मिशन आश्रम के स्वामी गोतमानंद महाराज राजकोट से अपनी मंत्र दीक्षा ग्रहण की। शरद सागर भारत के छोटे से गांव के रहने वाले हैं । 12 साल की उम्र में वे पहली बार स्कूल गए स्कूल की पढ़ाई करते समय उनकी प्रतिभा के कारण राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेकर विजेता रहे। तथा जापान ,कोरिया ,बांग्लादेश ,श्रीलंका एवं भारत के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के मंचों का प्रतिनिधित्व किया। हाईस्कूल पास करने के बाद शरद सागर को अमेरिका की प्रतिष्ठित टफ्टस यूनिवर्सिटी से चार करोड की छात्रवृत्ति प्राप्त हुई। कॉलेज में स्टूडेंट रहते हुए गेस्ट लेक्चर दिए है। आज शरद सागर खेतड़ी के युवाओं को संबोधित कर उनका मार्गदर्शन करेंगे।